बाराबंकी हादसा : चारों तरफ बिखरी थी लाशे, मची थी चीख-पुकार, बस के हो गए दो टुकड़े तो ट्रक के उड़े परखच्चे

बाराबंकी जनपद के देवा कोतवाली के बबुरी के पास गुरुवार सुबह हुई बस व ट्रक की भिड़ंत में गोंडा के दो युवकों को भी मौत ने अपनी आगोश में ले लिया। इस हादसे में एक ही परिवार के तीन लोग समेत आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

बाराबंकी हादसा : चारों तरफ बिखरी थी लाशे, मची थी चीख-पुकार, बस के हो गए दो टुकड़े तो ट्रक के उड़े परखच्चे
बबुरी के पास गुरुवार सुबह हुई बस व ट्रक की भिड़ंत

बस हादसे के बाद जो नजारा था उसे देखकर हर किसी की आंखे नम हो गई। हाल यह था कि चारों तरफ मृतकों की लाशे फैली थी तो शरीर के अंग इधर उधर पड़े थे। यात्रियों की चीख पुकार सुनकर हर कोई परेशान हो उठा। हालांकि हादसे के बाद ग्रामीणों ने जहां पुलिस के साथ मिलकर पीड़ितों की मदद की वहीं यात्रियों के सामान की भी हिफाजत की। बस हादसे के बाद देवा के बबुरीगांव के ग्रामीणों ने बताया कि बस पूरी तरह फुल थी। बताया जैसे टक्कर हुआ ट्रक चालक फरार हो गया। जब बस के अंदर पीछे बैठे यात्रियों को सरक्षित निकाला गया तो उनके द्वारा आपबीती बताई गई।

सुरक्षित बचे यात्री विजय कुमार एवं मस्तराम ने बताया कि जब हादसा हुआ उस समय हम लोग सो रहे थे। कैसे क्या हुआ कुछ पता ही नहीं चला। चीख-पुकार आवाज आने पर किसी तरह ग्रामीणों ने हमें बाहर निकाला। मौके पर जब पुलिस ने एक क्रेन व दो जीसीबी द्वारा से बस को गैस कटर से काट के मृतकों को बाहर निकाला तो जिसमें किसी का सिर ही नहीं तो किसी का आधा शरीर गायब था। इतना बड़ा हादसा सुनकर आसपास के दर्जनों गांव के हजारों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। हादसा देख सभी के रूह कांप गए। महिलाओं व बच्चों की रोने की आवाज व अपनों को तलाशने के लिए हर कोई आतुर दिखा। जो सकुशल बचे यात्री थे वह भी भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे थे कि वह कैसे बच गए। हादसे के दौरान मदद करने वाले ग्रामीणों को भी बस यात्रियों ने धन्यवाद दिया।

एक परिवार के तीन ने गवांई जान तो किसी ने खो दिया पत्नी व बेटी

देवा इलाके में हुए बस हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में किसी ने अपनी बेटी व पत्नी खो दिया तो एक ही परिवार के तीन लोगों की जान चली गई। ऐसे में इन सभी के परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है। बस सवार लोगों का हाल जानने के लिए उनके परिजनो के फोन भी अफसरों के पास लगातार घनघनाते रहे। इस हादसे का शिकार हुए सलाउद्दीन, अनीसुर्रहमान व कादिर तीनों एक ही गांव उपथी उद्दीपट्टी थाना जरवलरोड जिला बहराइच के निवासी है। इनमें मृतक कादिर के भाई सुभान अली ने बताया कि वह दिल्ली में मजदूरी करने के लिए गए थे।

वापस लौटने से पहले परिजनो से फोन पर बात की थी लेकिन सुबह के समय उनकी हादसे में मौत की सूचना मिली। इनकी पत्नी तीन बेटी व दो बटों का रो रो कर काफी खराब हाल है। वहीं इनके साथरहे सलाउद्दीन व अनीसुर्रहमान की भी मौत हो गई है। यह तीनों एक ही परिवार के है और रिश्तें में चाचा व भतीजे और भाई लगते है। इसके अलावा कोचा बहराइच के रहने वाले मृतक विनोद के पिता रामस्वरूप भी हादसे की सूचना पर बदहवास हालत में मर्चरी पहुंचे थे। वह भी रो रो कर कह रहे थे कि बेटा मजदूरी करके लौट रहा था अब उसके बच्चों और पत्नी की देखरेख कैसे होगी। इसके अलावा ग्राम पहाड़ापुर थाना फखरपुर बहराइच की निवासी सायबा बेगम व उनकी दो साल की बेटी जारा की भी इस हादसे में मौत हो गई। वह अपनी बेटी के साथ घर जा रही थी जबकि उनके पति दिल्ली में रहकर नौकरी करते है। पत्नी व बेटी की मौत की सूचना पर पति मेराज अहमद का रो रो कर काफी खराब हाल है। इसी तरह ग्राम जयसिंहपुर थाना केसरगंज बहराइच के रहने वाले अजय कुमार व राजू ने भी हादसे में जान गवां दी। यह दोनों भी दिल्ली में काम करने के बाद घर जा रहे थे।

तो बिना परमिट व फिटनेस के फर्राटा भर रही थी डबल डेकर बस

किसान पथ पर सड़क हादसे का शिकार हुई डबल डेकर बिना फिटनेस व परमिट के फर्राटा भर रही थी। इतना ही नहीं इस बस का 41 बार चालान हुआ। बावजूद इसके पुलिस व परिवहन विभाग की मेहरबानी के चलते प्रदेश ही नहीं देश की राजधानी तक का सफर यह बस तय करती थी। मगर, हादसे के बाद परिवहन विभाग ने बस मालिक पर मुकदमा दर्ज कर अपना बचाव किया।

दिल्ली से सवारियां लेकर बहराइच जा रही डबल डेकर बस यूपी 40 टी 9786 बृहस्पतिवार की भोर देवा कोतवाली क्षेत्र के जमुवासी के समीप विपरीत दिशा में आ रही ट्रक की टक्कर से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में बस पर सवार 15 यात्रियों की मौत हुई तो 32 घायल हो गए। हादसे के विभाग परिवहन विभाग की नींद टूटी उसने बस का डिटेल निकाला तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। स्वयं सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रर्वतन राहुल श्रीवास्तव ने परिवहन आयुक्त को भेजी रिपोर्ट में बताया कि हादसे का शिकार हुई बस यूपी 40 टी 9786 एआरटीओ बहराईच में हुजूरपुर थाना क्षेत्र के अब्दुल रशीद खान पुत्र अब्दुल कादिर खान के नाम पंजीकृत है।

इस बस का फिटनेस पांच सितम्बर 2021 तो  परमिट की बैधता मार्च 2020 में ही समाप्त हो गई थी। इतना ही नहीं इस बस का अब तक 41 बार चालान किया गया है। जिसमें से दो बार के चालान का जुर्माना भी अभी तक अदा नही किया है। इसके बाद भी बहराइच से लखनऊ बाया दिल्ली तक यह बस बेधड़क बिना रोक-टोक के सवारियां ढ़ो रही थी। ऐसे में परिवहन विभाग व पुलिस की मेहरबानी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन हादसे के बाद उप परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद घटना स्थल के बाद एआरटीओ कार्यालय पहुंचे तो आनन-फानन में बस व ट्रक की रिपोर्ट तैयार कर परिवहन आयुक्त को भेजी। वहीं देवा कोतवाली में बस चालक पर मुकदमा दर्ज कराया। हालांकि ट्रक के कागजात पूर्ण पाए गए।

पुलिस का दिखा मानवीय चेहरा, डीएम व एसपी ने घायलों को पहुंचाया अस्पताल

बस हादसे के बाद पहुंची पुलिस ने जिस तरह से यात्रियों की मदद कर उनकी जान बचाने का प्रयास किया उसकी हर कोई सराहना कर रहा है। डीएम से लेकर एसपी व अन्य अफसरों ने मौके पर पहुंचकर पीड़ितों की हर संभव मदद की। इसी का नतीजा रहा कि मृतकों व घायलों को उठाते उठाते ज्यादातर पुलिस कर्मियों की वर्दी खून से लाल हो गई। बृहस्पतिवार की भोर जिस समय बस हादसा हुआ उसके कुछ ही देर बाद जानकारी मिलते ही एसपी यमुना प्रसाद, एएसपी डॉ अवधेश सिंह, सीओ सिटी सीमा यादव, कोतवाल अमर सिंह, देवा प्रभारी अजय सिंह आदि पुलिस अफसर पूरी टीम के साथ मौके पर जा पहुंचे।

वहां से घायलों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही काफी मशक्कत कर मृतकों के शव को बाहर निकलवाया। इसके बाद जिला अस्पताल पहुंचे एसपी ने अपने हाथों से घायल बच्चों को एंबलेंस से उठाकर अंदर ले जाकर भर्ती कराया। प्रत्येक घायल का कप्तान लगातार हाल जानते रहे। इसी तरह डीएम डॉ आदर्श सिंह ने भी लोगों को अस्पताल पहुंचाने में मदद किया व खुद अस्पताल पहुंचकर एक एक घायलों से बात की व उनका बेहतर उपचार करवाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा सीएमएस डॉ बीके सिंह, सीएमओ डॉ रामजी वर्मा समेत समस्त चिकित्सक व अन्य स्टाफ हादसे का शिकार लोगों के इलाज में जुटे रहे।

बेटों की मौत की खबर से दो घरों में मचा कोहराम 

बाराबंकी जनपद के देवा कोतवाली के बबुरी के पास गुरुवार सुबह हुई बस व ट्रक की भिड़ंत में गोंडा के दो युवकों को भी मौत ने अपनी आगोश में ले लिया। इस हादसे में एक ही परिवार के तीन लोग समेत आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को बाराबंकी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो युवकों की मौत की खबर उनके घर पहुंचने पर कोहराम मचा है। परिवार के लोग शवों के लाने के लिए बाराबंकी के लिए रवाना हो गए। थाना कटरा बाजार क्षेत्र के जगतापुर डीहा गांव के रहने वाले आफत ने बताया कि उसके दो बेटे मस्तराम, मनीष के साथ ही इसी गांव के रहने वाले वीरेंद्र का बेटा रमन और कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के कोंचा कासिमपुर के सलवापुर के रहने वाले उसके दामाद विनादे कुमार हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली मंडी में कारोबार करते हैं। सभी हिमाचल प्रदेश से बस से दिल्ली पहुंचे। इसके बाद दिल्ली से बहराइच की बस से गोंडा आ रहे थे।

रास्ते में बाराबंकी जनपद के देवा कोतवाली क्षेत्र के बबुरी गांव के पास बस की ट्रक से भिड़ंत हो गई। जिसमें उसके दामाद विनोद कुमार (32) व रमन (22) की मौके पर मौत हो गई, जबकि उसके दो बेटों मस्तराम  (30), मनीष (20) व खरगूपुर थाना क्षेत्र के पृथ्वीनाथ सुसगवां गांव के रहने वाले एक ही परिवार के राजेश कनौजिया (35)उसकी पत्नी शारदा कनौजिया (33)व बेटा तरूण कनौजिया(13), कटरा बाजार थाना क्षेत्र के निंदूरा गांव के रहने वाले अनन्तराम (55) पुत्र भैरोदीन, लक्ष्मन चौहान (24) पुत्र राधेश्याम निवासी लोनियन पुरवा नकदा थाना कटरा बाजार, कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के बरगदी कोट निवासी अलखराम (28) पुत्र गंगाराम व कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के ही कुर्मिन वरवालिया गांव के रहने वाले पवन कुमार (28) पुत्र स्वर्गीय नन्हे गंभीर रूप से घायल हो गए। आफत ने बताया कि गुरुवार सुबह उसके बेटे मस्तराम ने मोबाइल फोन से उसे कॉल विनोद कुमार व रमन की हादसे में हुई मौत के बारे में बताया। हादसे में उसके साथ ही मनीष व कई और लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रमन व विनोद के मौत की खबर मिलते ही दोनों घरों में कोहराम मच गया। शवों को लाने के लिए दोनों ही परिवारों के लोग बाराबंकी रवाना हो गए हैं।