लखनऊ : 1.70 करोड़ की छात्रवृत्ति पाने वाले शोधार्थी ने लगाई फांसी, इंग्लैंड से कर रहा था पीएचडी
इंग्लैंड से पीएचडी कर रहे एक शोधार्थी ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में युवक ने लिखा कि मैं जिंदगी से परेशान हूं और डिप्रेशन में हूं। इसलिए जान दे रहा हूं’।
लखनऊ : जानकीपुरम के जानकी विहार सेक्टर-आई मेें मंगलवार रात इंग्लैंड से पीएचडी कर रहे शोधार्थी विष्णु वर्धन द्विवेदी (27) ने घर में ही फांसी लगा ली। उन्हें 1.70 करोड़ की छात्रवृत्ति मिली थी। सुसाइड नोट में विष्णु ने अंग्रेजी में लिखा कि ‘जिंदगी से परेशान हूं। डिप्रेशन में हूं। इसलिए जान दे रहा हूं’।
चौक पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। हालांकि, घटना की जानकारी जानकीपुरम पुलिस को नहीं है। पुलिस के मुताबिक, मंगलवार रात करीब ढाई बजे विष्णु ने घर की छत पर बने कमरे में रस्सी के सहारे लटक कर जान दे दी। रात करीब तीन बजे मां अंजलि की नींद खुली तो देखा कि विष्णु बिस्तर पर नहीं है। तलाशती हुई छत पर पहुंचीं तो वह फंदे से लटकता मिला।
परिजन उसको इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है आत्महत्या से पहले विष्णु ने अंग्रेजी में सुसाइड नोट भी लिखा था। इसमें अवसाद के चलते आत्महत्या की बात लिखी थी।
इसरो में वैज्ञानिक बनना चाहता था विष्णु : पुलिस के मुताबिक, शोध छात्र विष्णु पढ़ने में काफी तेज था। जब वह इंग्लैंड में पढ़ाई कर रहा था तभी डिप्रेशन का शिकार हो गया था। इसलिए नवंबर 2022 में परिजनों ने उसे लखनऊ बुला लिया था। काउंसिलिंग भी कराई जा रही थी। परिजनों के अनुसार, वह इसरो में वैज्ञानिक बनना चाहता था। अचानक हादसे से पूरा परिवार सदमे में चला गया है।