उत्तर प्रदेश : करवाचौथ के दिन नशे में बहू से झगड़ा कर रहे किसान रामचन्द्र (70) की सिपाही के थप्पड़ मारने के बाद मौत, ग्रामीणों ने किया हंगामा

पुलिस को जब जानकारी मिली तो वह मौके पर पहुंची l बहू का आरोप है कि नशे में धुत होकर ससुर छोटी बहू से झगड़ा कर रहे थे l वहीं पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग की मौत पिटाई से नहीं हुई है.

उत्तर प्रदेश : करवाचौथ के दिन नशे में बहू से झगड़ा कर रहे किसान रामचन्द्र (70) की सिपाही के थप्पड़ मारने के बाद मौत, ग्रामीणों ने किया हंगामा
बहू की शिकायत पर पहुंची थी पुलिस

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में करवाचौथ के दिन नशे में बहू से झगड़ा कर रहे किसान रामचन्द्र (70) की सिपाही के थप्पड़ मारने के बाद मौत हो गई l बहू की शिकायत पर बंथरा थाने के सिपाहियों ने रामचंद्र को तमाचा जड़ दिया और फिर न झगड़ने की हिदायत देकर लौट गए l लेकिन रात में उनकी तबीयत खराब हो गई और घर वाले उन्हें अस्पताल ले गए l जहां उनकी मौत हो गई.

इस मामले में परिवारीजनों ने पुलिस की पिटाई से रामचन्द्र की मौत होने का आरोप लगाया है और हंगामा किया l हालांकि रामचन्द्र के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले है l ग्रामीणों के थाने में एकत्रित होने के बाद पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी l इस हंगामे के बीच बंथरा इंस्पेक्टर ने रामचन्द्र के अंतिम संस्कार के लिये परिवार को पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद दी l क्योंकि परिजनों के पास अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं थे.

बहू की शिकायत पर पहुंची थी पुलिस : जानकारी के मुताबिक बंथरा थाने के तहत आने वाले खंडदेव गांव निवासी रामचंद्र रावत बहू सीमा के साथ रहते थे और वह 24 अक्तूबर को शराब पीकर घर लौटे थे l नशे में धुत रामचंद्र बहू को अपशब्द कह रहे थे और इसी बीच बहू ने पुलिस को कंट्रोल रूम में सूचना दी l जिसके बाद रात में करीब एक बजे थाने से पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने रामचंद्र को समझाया l सीमा के मुताबिक ससुर सिपाहियों से भी गलत तरीके से बात कर रहे थे और इसी बीच एक सिपाही ने उन्हें तमाचा मार दिया l पुलिसकर्मियों ने रामचंद्र को हिदायत दी और बहू से कहा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लें l बहू के अनुसार सिपाहियों के कहने पर वह अंदर चली गई.

वहीं, रामचंद्र दोबारा से बैठ कर शराब पीते हुए हल्ला कर रहे थे l लेकिन बहू अंदर कमरे में सोने चली गई l सुबह जब वह चाय लेकर गई तो रामचंद्र बेसुध चारपाई पर पड़े थे l उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई l रामचंद्र की मौत के बाद ग्रामीण थाने में एकत्रित हो गए और ग्रामीण थर्ड डिग्री दिए जाने की वजह से मौत होने का अंदेशा जताने लगे l यही नहीं किसी ने ये खबर सोशल मीडिया में वॉयरल कर दी l जिसके बाद विवाद बढ़ गया l हालांकि पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार वाले शव लेकर गांव लौट आए और उन्होंने रामचंद्र का अंतिम संस्कार किया.

बेटे ने पुलिस पर लगाया आरोप : किसान के बेटे कल्लू के मुताबिक सोमवार सुबह पिता की हालत बिगड़ते देख उन्हें अस्पताल ले जाया गया था और वहां मंगलवार सुबह डॉक्टरों ने रामचंद्र को मृत घोषित कर दिया l  कल्लू का आरोप है कि उसके पिता की मौत पुलिस कर्मियों की पिटाई से हुई है.