प्रधानमंत्री के दौरे के बीच पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर कानपुर में हिंसा, लाठीचार्ज
जोहर फैंस एसोसिएशन व अन्य मुस्लिम तंजीमों ने शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी। इसका व्यापक असर देखने को मिला।
भाजपा नेत्री नूपुर के मोहम्मद साहब के संदर्भ में दिए गए एक बयान पर शुक्रवार को मुस्लिम अधिसंख्य आबादी वाले क्षेत्रों में कारोबार पूरी तरह बंद रहा। पुलिस सुरक्षा के बीच जुमे की नमाज अदा की गई। इसके बाद यतीमखाना स्थित सद्भावना चौकी के पास दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। भीड़ जुटने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। इसके हालात तनाव पूर्ण हो गए।
जोहर फैंस एसोसिएशन व अन्य मुस्लिम तंजीमों ने शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी। इसका व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से ही चमनगंज, बेगनगंज, तलाक महल, कर्नलगंज, हीरामन पुरवा, दलेल पुरवा, मेस्टन रोड, बाबू पुरवा, रावतपुर व जाजमऊ में कहीं आंशिक तो कहीं पूर्ण बंदी दिखाई दी।
जुमे की नमाज के दौरान ज्यादातर मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि वे मोहम्मद साहब पर की गई किसी भी अमर्यादित टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस ने किसी भी क्षेत्र में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। नमाज के बाद कई चौराहों पर भीड़ एकत्रित रही जिसे पुलिस ने समझा बुझा कर हटा दिया।