उत्तर प्रदेश ने बनाया सेतु निर्माण का नया रिकॉर्ड, विकास को रफ्तार देंगे 1100 से ज्यादा फ्लाइ ओवर
यूपी सरकार के मुताबिक यूपी को 1193 नए फ्लाईओवर और आरओबी की सौगात मिलेगी। प्रदेश को जल्द 121 नए आरओबी, 305 सेतु व 767 लघु सेतु मिलेंगे।
नई दिल्ली : विकास को फ्लाईओवरों और आरओबी के नेटवर्क से यूपी नई उड़ान देने जा रहा है। साढ़े चार साल में रिकार्ड संख्या में सेतु निर्माण कर राज्य सरकार ने प्रदेश में तरक्की की मजबूत बुनियाद रख दी है। प्रदेश सरकार आने वाले समय में प्रदेश की जनता को 1193 नए फ्लाईओवर और आरओबी का तोहफा देने की तैयारी कर रही है।
मुख्य बातें
- फ्लाई ओवरों के सबसे बड़े नेटवर्क से विकास को नई उड़ान
- यूपी को मिलेगी 1193 नए फ्लाईओवर और आरओबी की सौगात
- प्रदेश को जल्द मिलेंगे 121 नए आरओबी, 305 सेतु व 767 लघु सेतु
पिछले साढ़े चार साल में 124 सेतु,54 आरओबी और 355 लघु सेतुओं का रिकार्ड समय में निर्माण कर राज्य सरकार ने इरादे जाहिर कर दिए हैं। राज्य सरकार प्रदेश में यातायात को और सुगम बनाने जा रही है। किसी राज्य के विकास और तरक्की का पैमाना सड़कें और फ्लाईओवर माने जाते हैं तो यूपी ने भविष्य के विकास की मजबूत नींव खींच दी है।
1193 पुलों के निर्माण जोरों पर : राज्य सरकार प्रदेश में 121 नए आरओबी 305 दीर्घ सेतुओं और 767 लघु सेतुओं समेत कुल 1193 नए पुलों के निर्माण पर तेजी से काम कर रही है। इनमें से 260 सेतु ऐसे हैं जिनका शिलान्यास पिछली सरकारों में वर्षों पहले हुआ लेकिन निर्माण कार्य नहीं शुरू हो सका। कई योजनाओं को अगले कुछ दिनों में पूरा करने की तैयारी चल रही है। नए सेतुओं के नेटवर्क के साथ यूपी देश के सबसे अधिक फ्लाईओवर और सुगम यातायात वाले राज्यों में शामिल हो जाएगा।
रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे : निर्मित हो चुके 124 दीर्घ सेतुओं में से 89 सेतु ऐसे हैं जो पिछली सरकारों में कई वर्षों से अधूरे पड़े थे। राज्य सरकार द्वारा बनाए गए 54 आरओबी में से 35 पिछली सरकारों में लंबे समय से अधूरे पड़े थे।लोक निर्माण विभाग और राज्य सेतु निगम ने पुलों और आरओबी निर्माण के मामले में पिछली सरकारों को मीलों पीछे छोड़ दिया है।
सेतुओं का सबसे बड़ो नेटवर्क खड़ा कर राज्य सरकार ने प्रदेश में विकास के साथ ही रोजगार की भी बड़ी राह खोल दी है। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकरण के मुताबिक हम तेजी से सेतु और आरओबी बना रहे हैं। जल्द से जल्द योजनाओं को पूरा किया जा रहा है।