गाजियाबाद में मोबाइल शोरूम मालिक का मर्डर : कार में मिली लाश, लोगों ने एक्सीडेंट समझ कराया भर्ती
रविवार सुबह पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है। कार की भी फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है। वहीं, परिवार के लोगों से पूछताछ शुरू की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को और सुराग मिल सकते हैं।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में शनिवार देर रात मोबाइल शोरूम मालिक शिवम शर्मा का गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनका शव वैगनआर कार में मिला। हत्या किसने की और हत्या के पीछे क्या कारण हैं, इसकी जांच पुलिस कर रही है। शिवम को 3 गोली मारी गईं हैं।
रविवार सुबह पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है। कार की भी फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है। वहीं, परिवार के लोगों से पूछताछ शुरू की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को और सुराग मिल सकते हैं।
गांव के लोगों ही शिवम को अस्पताल लेकर पहुंचे : पुलिस के अनुसार, इंदिरापुरम इलाके के गांव कनावनी के पास एक वैगनआर कार को खड़ा देखा गया। गांव के लोगों ने करीब जाकर देखा तो कार की ड्राइविंग सीट पर एक लड़का खून से लथपथ मिला। लोगों को लगा कि एक्सीडेंट हुआ है। पुलिस को जानकारी देने के बाद कार सवार को अस्पताल ले जाया गया।
डॉक्टरों ने भी एक्सीडेंट केस की तरह इलाज शुरू किया। लेकिन, घाव देखने के बाद सामने आया कि शिवम को 3 गोली मारी गईं थी। उनकी सांस थम चुकी थीं। कार में मिले कागजों से मरने वाले की शिनाख्त शिवम शर्मा के रूप में हुई।
इसी सुनसान रास्ते पर कार खड़ी मिली थी। पुलिस ने यहां भी सर्च ऑपरेशन चलाया है।
कॉल डिटेल से हत्या की कड़ियां जोड़ रही पुलिस : परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंचे। सामने आया कि शिवम की कनावनी में मोबाइल का शोरूम है। वो फाइनेंस का काम भी करता था। पुलिस की परिवार के लोगों से ही पूछताछ कर रही है। शिवम के पास रात में एक कॉल आई थी। जिसके बाद वह कार लेकर घर से निकला था। शिवम के मोबाइल की कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस आगे की कड़ियां जोड़ने में जुटी हुई है।
एक दोस्त पर परिवार के लोगों ने शक जाहिर किया : शिवम और उसका भाई मोबाइल शॉप पर बैठते हैं। परिवार में माता-पिता और एक भाई हैं। परिवार के लोगों ने बताया कि रात 12 बजे शिवम के पास कॉल आई थी। उसने मां से कहा कि कुछ अर्जेंट काम है। थोड़ी देर में आता हूं। ये कहकर वो घर से निकल गया था। एक घंटे बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। परिवार के लोगों को इसके बाद संदेह हुआ। उन्होंने शिवम को खोजना शुरू किया।
कार पर फायरिंग के निशान नहीं : पुलिस को कार पर फायरिंग का कोई निशान नहीं मिला है। इससे लग रहा है कि हमलावर शिवम का कोई परिचित था। उसने कार को रुकवाया है। अनुमान है कि कार के अंदर बैठकर बातचीत भी की। जिसके बाद एक-एक करके 3 गोली मार दी। परिजनों को शिवम के एक दोस्त पर शक है, जिसके बारे में पुलिस को बताया गया है।
घटनास्थल पर क्राइम रेट ज्यादा है : जहां ये वारदात हुई, वो इलाका सुनसान है। हिंडन नदी का किनारा है। इस रास्ते पर कोई CCTV कैमरा भी नहीं है। इसलिए यहां आए दिन आपराधिक घटनाएं होती हैं। एक महीने पहले यहां मर्डर हुआ था। सुनसान होने की वजह से पुलिस के ज्यादातर एनकाउंटर भी यहीं होते हैं।