डीजीपी को चिट्ठी लिखकर इंजीनियर ने लगाई गुहार : बोला- मैं होटल में और दरोगा मेरी पत्नी के साथ घर में रह रहा
इंजीनियर चिनहट कोतवाली में शिकायत लेकर पहुंचा तो इसकी जांच कमता चौकी इंचार्ज रहे दरोगा मनोज कुमार सिंह को मिली। यहीं से दरोगा ने उसकी पत्नी पर डोरे डालना शुरू किया और मामला यहां तक पहुंच गया। चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम तिवारी का कहना है कि इंजीनियर ने उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया है। मामले की जानकारी हुई है। जांच की जा रही है।
लखनऊ में रहने वाले एक इंजीनियर ने DGP को चिट्ठी लिखकर अपनी पत्नी को वापस दिलाने की गुहार लगाई है। इंजीनियर का कहना है कि उसकी पत्नी एक आशिक मिजाज दरोगा के चंगुल में है। पहले दरोगा ने एक शिकायत की जांच के बहाने पत्नी से मेलजोल बढ़ाया फिर उसके साथ संबंध बनाए। 26 जनवरी को आपत्तिजनक हालत में देखा तो दरोगा ने झूठे केस में फंसाने और हत्या करवाने की धमकी दी। वर्तमान में इंजीनियर होटल में रह रहा है, जबकि दरोगा उसके घर में रह रहा है।
प्रॉपर्टी विवाद की शिकायत के बहाने दरोगा ने उठाया फायदा : पीड़ित इंजीनियर जेवर एयरपोर्ट में काम कर रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में जॉब करता है। वो पत्नी के साथ लखनऊ में इंदिरानगर में किराए के मकान में रहता था। 2 साल पहले उसने 1 प्रॉपर्टी डीलर को प्लाट खरीदने के लिए रुपए दिए थे। उसने प्लाट नहीं दिया और रुपए भी हड़प लिए। इंजीनियर चिनहट कोतवाली में शिकायत लेकर पहुंचा तो इसकी जांच कमता चौकी इंचार्ज रहे दरोगा मनोज कुमार सिंह को मिली। यहीं से दरोगा ने उसकी पत्नी पर डोरे डालना शुरू किया और मामला यहां तक पहुंच गया। चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम तिवारी का कहना है कि इंजीनियर ने उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया है। मामले की जानकारी हुई है। जांच की जा रही है।
50 हजार रुपए रिश्वत लेने के बाद बनाए संबंध : पीड़ित इंजीनियर के मुताबिक, उनकी पोस्टिंग शहर से बाहर थी इसलिए केस की पैरवी के लिए उसकी पत्नी ही दरोगा के बुलाने पर कमता चौकी जाती थी। दरोगा ने प्रॉपर्टी डीलर से उसके पैसे वापस दिलाने के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। पीड़ित ने पत्नी के कहने पर दरोगा को 50 हजार रुपए दे दिए। उसके रुपए वापस नहीं मिले। इसके बाद दरोगा उसकी पत्नी को हर रोज चौकी बुलाने लगा और दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया।
बनारस ट्रांसफर हुआ तो छुट्टी लेकर मिलने आया लखनऊ : दरोगा मनोज सिंह का हाल ही में बनारस ट्रांसफर हो गया। वो इंजीनियर की पत्नी से मिलने के लिए सप्ताह भर से छुट्टी लेकर लखनऊ में ही पड़ा हुआ है। पीड़ित इंजीनियर ने बताया कि उसे मकान मालकिन से पता चला कि कोई पुलिस वाला अक्सर उसके घर आता जाता है। इस पर 26 जनवरी को वो अचानक घर पहुंच गया। उसने धक्का देकर दरवाजा खोला तो बेडरूम में दरोगा उसकी पत्नी के साथ आपत्तिजनक हालत में था। पीड़ित का कहना है कि पकड़े जाने पर दरोगा उसे धमकी देने लगा।
पत्नी पर दबाव बनाकर इंजीनियर को उसके ही घर से निकलवा दिया : पीड़ित ने बताया कि वह दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए DGP कार्यालय पहुंचा तो प्रार्थना पत्र लेकर उसे टरका दिया गया। इसके बाद पुलिस कमिश्नर के पास गया। वहां भी केवल आश्वासन ही मिला। उधर, इसकी जानकारी होने पर दरोगा ने पत्नी दबाव बनाकर उसका सारा सामान घर से बाहर फेंकवा दिया। हालात यह है कि इंजीनियर होटल में कमरा लेकर रात गुजार रहा है और दरोगा उसकी पत्नी के साथ उसके ही घर मे रह रहा है.