Ganesh Visarjan 2021 : जानें गणपति विसर्जन की पूरी पूजा विधि, इस मंगलकारी तरीके से दें बप्पा को विदाई
यह पर्व भगवान श्री गणेश के जन्मोत्सव के रूप में 10 दिनों तक मनाया जाता हैं। हिंदू शास्त्र में भगवान श्री गणेश को सभी देवी-देवताओं से अधिक महत्व दिया गया है। धर्म के अनुसार भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना भक्ति पूर्वक करने से बप्पा व्यक्ति के हर कष्टों को क्षणभर में दूर कर देते हैं।
Ganesh Visarjan Puja Vidhi : गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व भगवान श्री गणेश के जन्मोत्सव के रूप में 10 दिनों तक मनाया जाता हैं। हिंदू शास्त्र में भगवान श्री गणेश को सभी देवी-देवताओं से अधिक महत्व दिया गया है। धर्म के अनुसार भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना भक्ति पूर्वक करने से बप्पा व्यक्ति के हर कष्टों को क्षणभर में दूर कर देते हैं। यदि आप इस बार भगवान श्री गणेश की प्रतिमा घर में स्थापित किए है, तो उसे विसर्जित करने से पहले उसकी पूजा-विधि जरूर जान लें। शास्त्रों के अनुसार पूजा-विधि के तहत मूर्ति का विसर्जन करने से बप्पा बेहद प्रसन्न होते है। उनकी कृपा दृष्टि सदैव आपके ऊपर बनी रहती है। यहां आप बप्पा की प्रतिमा विसर्जन करने से पहले उनकी पूजा-विधि के बारे में जान सकते है।
मुख्य बातें
- बप्पा की विदाई करने से पहले उन्हें भोग लगाना बेहद जरूरी माना जाता हैं
- बप्पा की प्रतिमा विसर्जित करने से पहले उनकी आरती करनी बेहद जरूरी होती है
- बप्पा का विसर्जन करने के समय अन्य चीजों को इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए
Ganesh Visarjan pooja Vidhi, bappa ko visarjit karne ka tareeka, गणेश विसर्जन पूजा विधि
- भगवान श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जित करने से पहले एक लकड़ी की पटरी पर गंगाजल डालकर उस पर घर की महिलाएं स्वास्तिक बनाएं।
- अब पटरी पर अक्षत डालकर उसपर गुलाबी, पीला या लाल रंग का कपड़ा बिछा दें।
- कपड़ा बिछाने के बाद उस स्थान पर बप्पा की प्रतिमा रख दें।
- बप्पा को पटरी पर स्थापित करने के बाद उस पर फूल, फल और मोदक का भोग लगाएं।
- गणेश जी को विदा करने से पहले प्रतिमा की विधिवत पूजा करें।
- बप्पा को नए वस्त्र पहनाएं।
- बाद में एक रेशमी कपड़े में मोदक, पैसा, दूर्वा घास और सुपारी को रखकर बांध दे और उस पोटली को बप्पा की प्रतिमा के पास रख दें।
- अब घर के सभी सदस्य एक साथ बप्पा की आरती करते हुए बप्पा मोरिया रे, बप्पा मोरिया रे की जयकार लगाएं।
- बाद में सभी लोग एक साथ हाथ जोड़कर बप्पा की प्रतिमा के सामने उनसे क्षमा मांगे। भगवान के सामने कहें, कि अगर इस पूजा में हमसे कोई भी गलती हो गई हो, तो हे प्रभु उसे क्षमा करना।
- अब बप्पा की मूर्ति विसर्जन करने के लिए ले जाए। ध्यान रखें कि विसर्जन करते समय बप्पा की प्रतिमा से निकले अन्य चीज इधर-उधर नहीं गिरने। उसे भी मान-सम्मान के साथ जल में प्रवाह कर दें।
Ganesh Visarjan 2021 date and muhurat, 2021 में गणपति विसर्जन की डेट और मुहूर्त : गणपति विसर्जन अनंत चतुर्दशी (anant chaturdashi) वाले दिन किया जाता है। इस बार गणपति विसर्जन की तारीख 19 सितंबर है। विसर्जन का समय सुबह - 07:39 से 12:14, दोपहर- 01:46 से 03:18 बजे तक, शाम - 06:21 से 10:46 बजे तक है। वहीं 20 सितंबर को रात - 01:43 से 03:11बजे तक और उषाकाल मुहूर्त - 04:40 से 06:08 में बप्पा को विदा किया जा सकता है।