अखिलेश यादव को चुनाव में उतरने की केशव की चुनौती : परिवार नहीं सँभाल पाने वाले अखिलेश यूपी सम्भालने के सपने देख रहे हैं : केशव प्रसाद मौर्य
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो व्यक्ति अपने परिवार को नेतृत्व नहीं दे सकता वो उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनमसूह वाले राज्य का नेतृत्व क्या कर पाएगा। उन्होंने सपा मुखिया को सुझाव देते हुए कहा कि बेहतर यही है अखिलेश यादव आत्ममंथन करें और अभी सीखने की प्रक्रिया से गुजरें।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि जो परिवार के सदस्यों का सम्मान नहीं कर सकता। परिवार की महिलाओं को सम्मान नहीं दे सकता। वो यूपी की 24 करोड़ जनता का सम्मान और नेतृत्व कभी नहीं कर सकता है। अखिलेश यादव परिवार को संभालने में असफल रहे हैं, एक सांसद के तौर पर असफल साबित हुए हैं, मुख्यमंत्री के तौर पर न केवल असफल रहे हैं बल्कि अपने कार्यकाल में उन्होंने प्रदेश को गर्त में ले जाने का काम किया है।
मुख्य बातें
- समाजवादी पार्टी के मुखिया पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा हमला, अपर्णा के ज़रिए दिखाया आईना
- भाजपा के विकास का मुकाबला नहीं कर सकती समाजवादी पार्टी : केशव प्रसाद मौर्य
- परिवार को संभालने में असफल, सांसद के तौर पर असफल और मुख्यमंत्री के रूप में तो पूरी तरह असफल रहे अखिलेश : केशव प्रसाद मौर्य
- भाजपा सरकार की विकास योजनाओं को अपने नाम गिनाने वाले अखिलेश जनता के बीच जाने से क्यों डर रहे हैं
मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को भाजपा की सदस्यता दिलाने हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया पर तंज कसते हुए कहा कि देश विरोधी ताक़तों को खाद पानी देने वाले भाजपा के विकास का मुक़ाबला कभी नहीं कर सकते हैं। उनके पास अभी भी समय है कि वो अपनी असफलताओं पर खुश होना छोड़ दें और राष्ट्रवाद की सीख लें।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपने परिवार को संभालने में सफल नहीं रहे। हर योजना के नाम पर अपना नाम चस्पा करने वाले अखिलेश यादव बड़े-बडे दावे तो करते हैं लेकिन जनता के बीच जाने से डरते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने जो पहली लिस्ट जारी की उसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी समेत मेरा नाम भी चुनाव लड़ने वालों में शामिल है। लेकिन आज तक अखिलेश यादव यह साहस नहीं जुटा सके कि हैं वो जनता के बीच जा सके हों। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव लड़ने से डर रहे हैं इसलिए उनको सुरक्षित ठिकाना तलाशने में देर लग रही है।
पल्ल्व शर्मा
सीनियर पत्रकार