उत्तर प्रदेश में 30 जनवरी तक स्कूल कॉलेज बंद : ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी, बढ़ते कोरोना केस के चलते लिया गया फैसला

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूपी सरकार ने पिछले दिनों आदेश दिया था कि प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थानों में 23 जनवरी तक ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाए। इसके बाद ऑफलाइन कक्षाएं होंगी। लेकिन 22 जनवरी को आज फिर शासन ने इस आदेश को बढ़ाकर 30 जनवरी तक कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में 30 जनवरी तक स्कूल कॉलेज बंद : ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी, बढ़ते कोरोना केस के चलते लिया गया फैसला
30 जनवरी तक सभी स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे, ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी

उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड के बढ़ते केस को देखते हुए 30 जनवरी तक सभी स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया है। सरकार ने इससे पहले 23 जनवरी तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने के आदेश दिए थे। अब सरकार ने इसे बढ़ाकर 30 जनवरी तक कर दिया है। यूपी में करीब एक महीने से स्कूल बंद चल रहे हैं। पहले 29 दिसंबर से परिषदीय स्कूलों को बंद किया गया था। फिर हाईस्कूल और फिर इंटर तक के स्कूलों को बंद कर दिया।

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूपी सरकार ने पिछले दिनों आदेश दिया था कि प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थानों में 23 जनवरी तक ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाए। इसके बाद ऑफलाइन कक्षाएं होंगी। लेकिन 22 जनवरी को आज फिर शासन ने इस आदेश को बढ़ाकर 30 जनवरी तक कर दिया है। अब सभी स्कूल, कॉलेजों और विवि में 30 जनवरी तक ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी। इस बीच प्रशासनिक स्टाफ स्कूल आ सकता है। लेकिन छात्रों को शिक्षण संस्थान में नहीं बुलाया जाएगा।

पिछले 24 घंटे में 22 मौत हुई : कोविड से मौत के आंकडे कम होने का नाम नही ले रहे हैं। शुक्रवार को आई रिपोर्ट में कुल 22 संक्रमितों की सांस थमने की पुष्टि हुई है। इनमें से लखनऊ, मेरठ, लखीमपुर खीरी, चंदौली और बलिया समेत 5 जिले ऐसे भी रहे जहां प्रत्येक जनपद में मरने वालों की संख्या 2 रही। इसके अलावा गाजियाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, रामपुर, हापुड़, अमरोहा, सुल्तानपुर, एटा, देवरिया, मैनपुरी, कन्नौज और महाराजगंज समेत एक दर्जन जिलों में एक - एक मौत की पुष्टि हुई है।

90 फीसदी से ज्यादा मामलों में ओमिक्रॉन : प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा व स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक यूपी में कोविड सैंपल की जीनोम सिक्वेसिंग भी करवाई जा रही है। उन्होंने दावा किया कि जीनोम सिक्वेसिंग के कुछ समय से जो परिणाम आ रहे है, उससे ये पता चला है कि 90 प्रतिशत से अधिक मामले ओमिक्रॉन के ही आ रहे है। जिसके लिए लगातार इस पर नजर रखते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग किया जा रहा है।