यूपी : नारकोटिक्स विभाग की टीम ने हरदोई में 92 लाख की अफीम कार से बरामद की, तीन गिरफ्तार
लखनऊ की नारकोटिक्स टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लखनऊ की तरफ से आ रही कार में कुछ लोग नशीले पदार्थ की तस्करी कर रहे हैं। इस कार में भारी मात्रा में नशीला पदार्थ होने का इनपुट मिलने पर नारकोटिक्स टीम ने संदिग्ध वाहन का पीछा शुरू कर दिया।
हरदोई की संडीला कोतवाली पुलिस और लखनऊ की नारकोटिक्स टीम ने गुरुवार को घेराबंदी कर कस्बे के चौराहे पर कार को पकड़ा, जिसमें साढ़े चार किलोग्राम से अधिक अफीम बरामद की गई। बरामद अफीम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 92 लाख रुपये बताई गई है।
पुलिस ने कार सवार झारखंड निवासी तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ की नारकोटिक्स टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लखनऊ की तरफ से आ रही कार में कुछ लोग नशीले पदार्थ की तस्करी कर रहे हैं। इस कार में भारी मात्रा में नशीला पदार्थ होने का इनपुट मिलने पर नारकोटिक्स टीम ने संदिग्ध वाहन का पीछा शुरू कर दिया।
हरदोई की तरफ कार के जाने जानकारी संडीला के कोतवाल सुरेश कुमार मिश्रा को दी गई। इस पर संडीला में अलग अलग स्थानों पर जांच अभियान शुरू कर दिया गया। इसी दौरान लखनऊ की ओर से आ रही कार को रोक लिया गया। कार की तलाशी के दौरान इसमें से अफीम बरामद हुई। फिर कार और इसमें सवार तीन लोगों को कोतवाली लाया गया।
यहां गिरफ्तार किए गए लोगों ने अपने नाम सुबोध कुमार यादव निवासी मसूरिया, अभिषेक कुमार तिवारी और सुमित दरियाबू निवासी गिद्धौर, झारखंड बताया। तौल में अफीम का वजन चार किलो छह सौ ग्राम निकला। पुलिस का दावा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 92 लाख रुपये है। एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया। नारकोटिक्स टीम में मनोज कुमार सिंह, विवेक और हृदेश कुमार शामिल रहे।
स्टेपनी के नीचे छिपाई थी अफीम, जा रहे थे बरेली : पुलिस से जुड़े विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अफीम की तस्करी में पकड़े गए तीनों युवक शातिर हैं। कार में स्टेपनी के नीचे अफीम छिपाई हुई थी, लेकिन जांच में पुलिस की निगाह इस पर पड़ गई और तीनों गिरफ्तार हो गए। पूछताछ के दौरान तीनों ने पुलिस को यह भी बताया है कि अफीम लेकर तीनों बरेली जा रहे थे और बरेली में ही इसकी डिलीवरी दी जानी थी। किसको यह अफीम सौंपनी थी, इसकी जांच नारकोटिक्स टीम कर रही है।