Rajasthan : PM मोदी ने किया CIPET का उद्घाटन के साथ 4 मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास किया

जयपुर के सीतापुरा में फार्मास्युटिकल तकनीक संस्थान (आईपीटी) का उद्घाटन किया। चार मेडिकल स्थान बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिले में स्थित हैं। स्वच्छ भारत मिशन से आयुष्मान भारत और फिर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ये सभी इसका हिस्सा हैं

Rajasthan : PM मोदी ने किया CIPET का उद्घाटन के साथ  4 मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास किया
नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स टेक्नोलॉजी (CIPET) का उद्घाटन किया

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान में चार नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी। इसके अलावा उन्होंने जयपुर के सीतापुरा में फार्मास्युटिकल तकनीक संस्थान (आईपीटी) का उद्घाटन किया। ये चार मेडिकल संस्थान बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिले में स्थित हैं। इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, 'देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए हम एक नई राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना पर काम कर रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन से आयुष्मान भारत और फिर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ये सभी इसका हिस्सा हैं।'

मुख्य बातें

  • पीएम ने राजस्थान में चार नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी
  • जयपुर में फार्मास्युटिकल तकनीक संस्थान (आईपीटी) का उद्घाटन
  • PM ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव लाने का काम कर रही है सरकार

कोरोना महामारी ने दुनिया को सबक दिया

प्रधानमंत्री ने कहा, 'इस कोरोना महामारी ने दुनिया भर में स्वास्थ्य क्षेत्र को एक सबक दिया  है। हर एक देश इस महामारी से अपने तरीके से लड़ रहा है। इस संकट की घड़ी में भारत ने स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव एवं आत्मनिर्भर बनने के लिए कदम उठाया है।' उन्होंने कहा, 'स्वास्थ्य राज्य का विषय है। गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने स्वास्थ्य क्षेत्र की इन कठिनाइयों को देखा। सीएम रहते हुए देश के स्वास्थ्य क्षेत्र की कमियां मझे अनुभव होती थीं। बीते छह सात सालों से उन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है।'

सरकार की प्राथमिकता है उच्च स्तर की चिकित्सा की पढ़ाई' : पीएम ने कहा कि हमारे यहां देश की स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत सारे टुकड़ों में बंटी हुई थी। यह एक बहुत बड़ी समस्या थी। अलग-अलग राज्यों के मेडिकल स्तर पर एकजुटता का अभाव था। पहले एमसीआई के फैसलों पर सवाल उठते थे। उस पर आरोप लगते थे। इसने स्वास्थ्य क्षेत्र एवं चिकित्सा की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव डाला। पीएम ने कहा कि उच्च स्तर की चिकित्सा की पढ़ाई उनकी सरकार की प्राथमिकता है। इन नए संस्थानों से युवाओं की आकांक्षा पूरी होने में मदद मिलेगी।