उत्तर प्रदेश के 23 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट : लखनऊ में गरज-चमक के साथ हुई तेज बारिश, चक्रवाती हवाओं के असर से अगले 48 घंटे रहेगा मौसम में बदलाव
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने लखनऊ समेत 23 जिलों में शुक्रवार और शनिवार को दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने एक दिन पहले ही बारिश के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया था।
उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर से बदल गया है। शुक्रवार तड़के राजधानी लखनऊ में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। इस दौरान तेज हवाओं के बीच आकाशीय बिजली भी गिरी। हालांकि किसी नुकसान की सूचना नहीं है। अगले 48 घंटे लखनऊ में बादल छाए रह सकते हैं। हल्की से लेकर मध्यम बारिश के आसार हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने लखनऊ समेत 23 जिलों में शुक्रवार और शनिवार को दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने एक दिन पहले ही बारिश के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया था। |
इन जिलों में बारिश का अलर्ट : मौसम विभाग की तरफ से उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, फतेहपुर, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखनऊ, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती और महाराजगंज जिले में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
क्यों अब हो रही बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, एक कम दबाव का क्षेत्र तटीय ओडिशा के उत्तरी भाग और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है। मानसून की टर्फ अब जैसलमेर, कोटा, गुना, सतना, जमशेदपुर, कम दबाव वाले क्षेत्रों और फिर दक्षिणपूर्व दिशा से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इसका असर यूपी के पश्चिमी क्षेत्र में अगले दो दिनों तक देखने को मिलेगा।
अभी 12 जिलों में बाढ़ का असर : प्रदेश के 12 जिलों के 156 गांव अभी भी बाढ़ प्रभावित है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की करीब 64 टीमें तैनाती की गई है। 6,363 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगाई गई है। इसके अलावा 1283 मेडिकल टीमें भी तैनात की गई है। अभी तक बचाव दलों ने 55,551 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
फसलों को हो सकता नुकसान
- बारिश से सब्जियों को नुकसान हो सकता है। इस वक्त किसान तरोई, खीरा, लौकी, कद्दू, भिंडी, बैगन, शिमला मिर्च की फसल बोए हैं। जो सब्जी तैयार हो गई है, उसको नुकसान हो सकता है।
- इसके अलावा टमाटर की नर्सरी को क्षति पहुंच सकती है। पौधे बह जाएंगे और सड़ सकते हैं। खेतों में मूंग, उड़द, तिल, मक्का, तोरिया आदि की फसलें लगी हुई हैं।