मुरादाबाद पुलिस ने किया नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाले रैकेट का भंडाफोड़, भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद
मुरादाबाद पुलिस ने गुरुवार को ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की टीम के साथ मिलकर नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है l पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया है l मौके से पुलिस को भारी मात्रा में ड्रग्स मिला है.
मुरादाबाद पुलिस और ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अवैध रूप से नशीली दवाओं (intoxicating drugs) की सप्लाई करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ (Racket Busted) किया है. पुलिस ने मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और उसके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया है.
पुलिस ने बताया कि रैकेट उत्तर प्रदेश के मझोला जिले से संचालित किया जा रहा था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मझोला में रजिया हेल्थ क्लिनिक से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया गया है. यहीं से रैकेट संचालित होता था.
खून तस्कर गैंग का मास्टरमाइंड गिरफ्तार : उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इंसान के मिलावटी खून की तस्करी करने वाले गैंग का भांडाफोड़ गिया है. इस सिलसिले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से बड़ी तादाद में इंसान का मिलावटी खून बरामद हुआ है. यह खून बीमार (जरूरतमंद) इंसान के लिए जानलेवा भी साबित होता था. गैंग का सरगना उत्तर प्रदेश के सैफई मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है. आरोपी का नाम डॉक्टर अभय सिंह है. डॉ. अभय सिंह के.जी.एम.यू. लखनऊ से साल 2000 बैच का एमबीबीएस पासआउट है. उसने पीजीआई लखनऊ से एम.डी. ट्रान्सफ्यूजन मेडिसिन का कोर्स भी 2007 में किया था.
100 यूनिट रेड ब्लड सेल्स बरामद : राज्य पुलिस एसटीएफ प्रमुख आईजी अमिताभ यश ने ये जानकारी दी. उनके मुताबिक, गिरफ्तार दूसरे ब्लड तस्कर का नाम अभिषेक पाठक, निवासी सिद्धार्थ नगर (यूपी) है. गिरफ्तार दोनों ब्लड तस्करों के कब्जे से 100 यूनिट रेड ब्लड सेल्स (PRBC), 21 से ज्यादा ब्लड बैंकों के कागजात, 2 रक्तदान शिविर बैनर, एक फोर्ड इकोस्पोर्ट कार, यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज सैफई, इटावा का परिचय पत्र, 5-5 मोबाइल और एटीएम कार्ड, 2 पैन कार्ड, डॉक्टर की मेंबरशिप का एक कार्ड व करीब 24 हजार रूपए नकद जब्त किए गए हैं.
पता चला कि यह गैंग यूपी की राजधानी लखनऊ में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा से तस्करी करके लाए गए इस तरह के रक्त को मिलावट करने के बाद बेचता है. गैंग को रंगे हाथ दबोचने के लिए यूपी एसटीएफ मुख्यालय ने सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार पाण्डेय, विनोद कुमार सिंह, हवलदार राजेश कुमार मौर्या, अशोक गुप्ता, रुद्र नारायण, अंजनी यादव, संतोष कुमार सिंह, सिपाही विजय वर्मा, अशोक राजपूत, कौशलेंद्र प्रताप सिंह, शिव वीर व नीरज की कई टीमें तैयार की गई थीं.