बीती शाम मणि हाउस "इंदिरा नगर लखनऊ के ए ब्लॉक में तहज़ीब-ए-अवध के तत्वावधान में अदबी मुशायरे की महफ़िल का हुआ आयोजन
सुधांशु मणि जी के निवास पर, अमीर फैज़ल और कविता मिस्रा के आयोजन ने तथा लखनऊ शहर के विशिष्ट साहित्य प्रेमी अतिथियों की उपस्थिति ने इस शाम को यादगार बना दिया।…..
लखनऊ : बीती शाम मणि हाउस "इंदिरा नगर लखनऊ के ए ब्लॉक में तहज़ीब-ए-अवध के तत्वावधान में अदबी मुशायरे की महफ़िल का आयोजन किया गया। मुशायरे की सदारत उस्ताद शायर शोएब अनवर ने की।
निज़ामत की ज़िम्मेदारी युवा शायर अमीर फ़ैसल को दी गई। अतिथि के तौर पर श्री चंद्रशेखर वर्मा, सुधांशु मणि, रवि कपूर, अमित हर्ष और दुर्गेश दुर्ग जैसे जाने माने लोग शामिल हुए।
शायरो के कलाम के साथ विनिता मिश्रा और डा रुची श्रिवास्तव के अवधी तथा हिंदी गीतो ने इस मह्फिल को गंगा जमुनी तेह्ज़ीब की एक अनूठी मिसाल बना दिया।
- सब से मिलना सबका होना सीख लिया.
यार कहा से ये जादू टोना सीख लिया.
#शोएब अन्वर
- हमारा हाथ एक पंडित ने पढ़ा है.
तुम्हारा नाम उर्दू मे लिखा है.
#चंद्र शेखर वर्मा
- कूदकर साहिल से न डूबकर सफ़ीने से मरेंगे
हम थामकर तुझे लिपटकर तेरे सीने से मरेंगे
#अमित हर्ष
- तुम्हें तो रोज़ मौक़े मिल रहें हैं शेर कहने के
यहाँ रोटी की गुंजाइश में ज़ाया हो रहें हैं हम
#दुर्गेश दुर्ग
- आ जाओ मेरे पास हरिफाने मुहब्बत।
पत्थर भी मेरे पास हैं मौजूद है सर भी।।
#इरशाद बाराबंकवी
- इतनी मासूमियत मेरी आँखों मे थी.
लोग मुझको रुलाते हुए रो दिये.
#अमीर फैसल
- अधूरी नहीं हूं मैं कि तू ज़िन्दगी में है,
पास तू नहीं तो मैं पूरी भी नहीं।
#कविता मिसरा
- हमरे अंगना मां बरसै गुलाल गुईया
अबकी होरी होइहै सबते कमाल गुईया
#विनीता मिश्रा
इसके अलावा स्वराज शुक्ला, उत्तम शोला, उमा मणि, रुचि श्रीवास्तव, संजना मिश्रा ने भी अपना कलाम पेश किया। सुधांशु मणि के कलाम के साथ मुशायरा अपने अंजाम तक पहुंचा। सुधांशु मणि जी के निवास पर, अमीर फैज़ल और कविता मिस्रा के आयोजन ने तथा लखनऊ शहर के विशिष्ट साहित्य प्रेमी अतिथियों की उपस्थिति ने इस शाम को यादगार बना दिया।