चीन में अब नए वायरस का प्रकोप : 90 लाख की आबादी वाले इस शहर में लगा लॉकडाउन

कोरोना वायरस के बाद चीन में अब नए वायरस का खतरा पैदा हो गया है। वायरस के फैलने के मद्देनजर चीन ने 90 लाख की आबादी वाले एक शहर में लॉकडाउन लगा दिया है।......

चीन में अब नए वायरस का प्रकोप : 90 लाख की आबादी वाले इस शहर में लगा लॉकडाउन
नए वायरस के प्रकोप के बीच चीन ने चांगचुन में तालाबंदी लागू की ( तस्वीर साभार: AP)

बीजिंग : कोरोना वायरस के बाद चीन में अब नए वायरस के प्रकोप की आशंका के बीच 90 लाख की आबादी वाले एक शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया है। जिस तरह से कोरोना वायरस चीन में पहली बार सामने आया और फिर यह देखते ही देखते दुनियाभर में फैल गया और महामारी की शक्‍ल ले ली, उसे देखते हुए अब नए वायरस के प्रकोप को लेकर लोगों में डर और संशय बढ़ता जा रहा है।

मुख्य बातें

  • कोविड के बाद चीन में नए वायरस का खतरा सामने आया है
  • कोरोना वायरस का पता भी सबसे पहले चीन के वुहान में चला था
  • देखते ही देखते यह पूरी दुनिया में फैल गया और महामारी बन गई

चीन ने चांगचुन के उत्‍तर-पूर्वी औद्योगिक केंद्र में लॉकडाउन लगाया है, जहां 90 लाख की आबादी रहती है। यहां नए वायरस के फैलने को देखते हुए यह लॉकडाउन लगाया है। यहां निवासियों को घर पर रहने और सामूहिक परीक्षण के तीन दौर से गुजरने को कहा गया है, जबकि गैर-आवश्यक व्यवसायों को बंद कर दिया गया है। परिवहन लिंक निलंबित कर दिए गए हैं। चीन में शुक्रवार को स्‍थानीय स्‍तर पर इस नए वायरस के ट्रांसमिशन के 397 केस सामने आए हैं, जिनमें 98 मामले जिलिन प्रांत के हैं, जो चांगचुन से सटा है।

अब भी विकराल बनी है कोविड की समस्‍या : वायरस के प्रसार की रोकथाम को लेकर चीन की 'जीरो टॉलरेंस' नीति का हवाला देते हुए यहां लॉकडाउन लगा दिया गया है। यह चीन के वुहान में नवंबर 2019 में सामने आए कोरोना वायरस और उसके बाद यहां लगाए गए लॉकडाउन के घटनाक्रम की याद दिलाता है, जिसके बाद यह जानलेवा वायरस दुनियाभर में फैल गया और लाखों लोगों की मौत की वजह बना।

कोविड का खतरा अब भी दुनिया के कई देशों में विकराल रूप लिए हुए है। कई यूरोपीय देशों व अमेरिका में अब भी बड़ी संख्‍या में नए कोविड केस सामने आ रहे हैं। भारत में भी कोविड की समस्‍या से निजात नहीं मिली है, लेकिन विगत कुछ महीनों में यहां नए कोविड केस और इससे होने वाली मौतों की संख्‍या में उल्‍लेखनीय गिरावट आई है, जिसका श्रेय स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ टीकाकरण को दे रहे हैं। यही वजह है कि टीकाकरण का दायरा और इसकी रफ्तार बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।