कोर्ट में पेश नहीं होने पर AAP नेता संजय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, 17 सितंबर से पहले गिरफ्तार करने का निर्देश

6 सितंबर को आप नेता संजया सिंह को मानहानि के एक मामले में पेश होना था, 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान AAP के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर कई तरह के आरोप लगाए थे l

कोर्ट में पेश नहीं होने पर AAP नेता संजय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, 17 सितंबर से पहले गिरफ्तार करने का निर्देश
आप सांसद संजय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

शिअद नेता बिक्रम मजीठिया द्वारा दायर मानहानि मामले में लुधियाना की अदालत ने आप सांसद संजय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. दरअसल सोमवार को ही उन्हें एक कोर्च में पेश होना था लकिन नहीं ह हुए. वहीं मजीठिया के वकील दमन डी ने कहा कि पुलिस को उसे 17 सितंबर से पहले गिरफ्तार करने और पेश करने के निर्देश दिए हैं.

मालूम हो कि कल यानी 6 सितंबर को आप नेता संजया सिंह को मानहानि के एक मामले में पेश होना था और सीनियर अकाली नेता महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल का क्रास एग्जामिनेशन होना था. हालांकि उन्होंने अपने वकीलों से एप्लिकेसन दी थी और बताया था ति आज वो कोर्ट नहीं पहुंच सकते हैं. जिसके बाद अदालत ने उनका बेल बांड रद कर दिया और उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है.

मजीठिया पर कई तरह के आरोप लगाए : दरअसल साल 2017 में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान AAP के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर कई तरह के आरोप लगाए थे. इन आरोपों में नशे के व्यापार से जुड़ने और अन्य कई तरह के आरोप लगाए थे, जिसके बाद पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने लुधियाना की अदालत में आप नेता मंजय सिंह पर मानहानि का केस दर्ज किया था. अब अदालत में पेश न होने की वजह से संजय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वांरट जारी किया गया है.

 संजय सिंह ने धनबाद में जॉब शुरु किया था : मालूम हो कि इंजीनियरिंग के स्टूडेंट रह चुके संजय सिंह ने धनबाद में जॉब शुरु किया और उसे छोड़ कर वो घर आ गए. यहां उन्होंने सोशल वर्कर का काम शुरु किया, फुटपाथ पर लाइफ बिताने वालों की आवाज़ में उन्होंने आवाज मिलाई. इस मेहनत ने रंग दिखाया अन्ना आंदोलन के वक़्त अरविंद केजरीवाल यहां आये और संजय सिंह मंच से उनके साथ हुए उसने उन्हें सड़क से सदन तक पहुंचा दिया.