रेलवे के अधिकारी को घूसखोरी में सीबीआई ने किया गिरफ्तार : डिप्टी सीएमएम के पद तैनात हैं आलोक, 32.10 लाख बरामद

सीबीआइ ने आलोक मिश्र के साथ भीतर बैठे सभी लोगों एक जगह रोक लिया। सभी के मोबाइल फोन भी सीबीआइ ने जब्त कर लिया। जिसके बाद आलोक मिश्र से पूछताछ शुरू हो गई। देर शाम तक कोई भी रेलकर्मी आलोक मिश्र के कार्यालय से बाहर नहीं निकल सका। देर शाम को सीबीआई ने आलोक मिश्रा समेत उनके निजी सहायकों को भी गिरफ्तार कर लिया।

रेलवे के अधिकारी को घूसखोरी में सीबीआई ने किया गिरफ्तार : डिप्टी सीएमएम के पद तैनात हैं आलोक, 32.10 लाख बरामद
सीबीआई ने रेलवे अधिकारी को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया

सीबीआई दिल्ली की एक टीम ने शुक्रवार को उत्तर रेलवे लखनऊ में उप मुख्य सामग्री प्रबंधक आलोक मिश्रा (डिप्टी सीएमएम) और उनके नौकर के अलावा दो अन्य लोगों अवनीश मिश्रा और मंजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। सीबीआई के अधिकारियों ने रेलवे अधिकारी के घर, दफ्तर समेत उनके कई ठिकानों पर छापेमारी करके 32.10 लाख रुपये और आपत्तिजनक कागजात बरामद किए हैं।

एक शिकायत पर सीबीआई ने रेलवे अधिकारी आलोक मिश्रा के घर पर रहने वाले एक निजी व्यक्ति को 80 हजार घूस के रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ा था। इस आधार पर सीबीआई ने केस दर्ज किया है। सीबीआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक आलोक मिश्रा अपने नौकर और दो अन्य व्यक्तियों अवनीश मिश्रा व मंजीत सिंह के ठेकेदार को कॉन्ट्रैक्ट देने और लबित बिल केभुगतान करने के एवज में घूस मांगने का काम कराते थे। आलोक पर यह भी आरोप है कि उन्होंने 70 लाख रुपये के लंबित एक बिल का भुगतान करने के लिए एक निजी व्यक्ति को घूस मांगने के लिए लगा रखा था।

इसी कड़ी में सीबीआई दिल्ली की एक टीम ने शुक्रवार को सुबह ही आलोक मिश्रा के घर और आलमबाग स्थित रेलवे के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक के कार्यालय समेत लखनऊ में उनके कई ठिकानों पर छापा मारा। जिस समय छापा मारा गया आलोक मिश्र अपने कार्यालय में ही थे। देर शाम तक सीबीआइ आलोक मिश्र से पूछताछ कर रही थी। इस दौरान कार्यालय में मौजूद किसी भी व्यक्ति को कार्यालय से बाहर  जाने व भीतर आने पर रोक लगा दी गई थी। रेलवे के स्क्रैप के निस्तारण से जुड़ा काम भी आलोक मिश्र के पास है।

इसके अलावा सीबीआई की टीम ने आलमबाग स्थित कैरिज व वैगन वर्कशाप के ठीक बगल में स्टोर डिपो में भी छापेमारी करके कागजातों को खंगाला। जिस समय सीबीआइ ने छापा मारा उस समय आलोक मिश्र नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के शाखा सचिव अभिषेक वाजपेयी सहित कई पदाधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर रहे थे। सीबीआइ ने आलोक मिश्र के साथ भीतर बैठे सभी लोगों एक जगह रोक लिया। सभी के मोबाइल फोन भी सीबीआइ ने जब्त कर लिया। जिसके बाद आलोक मिश्र से पूछताछ शुरू हो गई। देर शाम तक कोई भी रेलकर्मी आलोक मिश्र के कार्यालय से बाहर नहीं निकल सका। देर शाम को सीबीआई ने आलोक मिश्रा समेत उनके निजी सहायकों को भी गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि आलोक मिश्रा समेत सभी गिरफ्तार लोंगों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।