काशी का तापमान पहुंचा 5°C : वाराणसी सहित पूर्वांचल के मौसम में चिलिंग फैक्टर बढ़ा, बर्फीली हवा ने जमीन को किया ठंडा
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अपने फुल तेवर में है। 23 जनवरी तक बारिश होने की संभावना भी है, मगर अभी स्थितियां स्पष्ट नहीं है। इसके तुरंत बाद फिर से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का तूफान फिर से लौटेगा और चौचक ठंड पड़ने लगेगी।
वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में ठंडी बयार संग घना कोहरा छाया हुआ है। आज का न्यूनतम तापमान 5°C और कोहरे की वजह से वातावरण की विजिबिलिटी 50 मीटर तक है। वहीं आज तड़के सुबह तक 7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। मगर हवा अभी थोड़ी शांत है। इसमें नमी 97% तक दर्ज की गई। ठंड अब इतनी भयानक पड़ रही है कि अलाव तक फेल हो गया है। पूरे दिन बर्फीली हवा की वजह से अब आसमान के साथ ही जमीन भी ठंड उगलने लगी है। ठंड का यह आलम अभी कुछ दिन और जारी रहेगा।
बर्फीली हवा ने जमीन को किया ठंडा : काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार इसी तर्ज पर ठंड अभी 7 दिन तक और रह सकती है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अपने फुल तेवर में है। 23 जनवरी तक बारिश होने की संभावना भी है, मगर अभी स्थितियां स्पष्ट नहीं है। इसके तुरंत बाद फिर से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का तूफान फिर से लौटेगा और चौचक ठंड पड़ने लगेगी। उन्होंने बताया कि इस समय मौसम में चिलिंग फैक्टर बहुत ज्यादा है। यानि कि तापमान बहुत नीचे नहीं गया है, मगर बर्फीली हवा की वजह से मैदानी इलाकों में ठंड हिमालयी स्टेट की तरह से लग रही है। प्रो. श्रीवास्तव कहते हैं कि इस समय अधिकतम तापमान बहुत कम हो गया है।
यदि पूरे दिन अधिकतम तापमान 13-15°C के बीच रहेगा तो जमीन काफी ठंडी हो जाती है। लोगों से अपील है कि बच के रहे क्योंकि ऐसे समय में लोग बचकर कर रहे।
पूरे पूर्वांचल की हालत खराब : बुधवार को अधिकतम तापमान 15°C मापा गया था, जो कि सामान्य से भी 7°C कम था। वहीं आज का न्यूनतम तापमान सामान्य से 3°C कम 5°C पर आ गया है। वाराणसी के अलावा आसपास के जिलों आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र, मीरजापुर, भदोही में ठंड का यही आलम है। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि 22 और 23 जनवरी को हल्की-फुल्की बारिश हाे सकती है।