मंगलमान अभियान अंतर्गत पर्यावरण अनुकूल विसर्जन पर नवयुग कन्या महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी
पर्यावरण अनुकूल विसर्जन पर नवयुग कन्या महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में खंडित और पुरानी मूर्तियों को दीपावली के पश्चात् ससम्मान विसर्जन का लिया गया संकल्प ।
लखनऊ। कूड़े में ना जाये देव प्रतिमाये
मंगलमान अभियान अंतर्गतप र्यावरण अनुकूल विसर्जन पर नवयुग कन्या महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में खंडित और पुरानी मूर्तियों को दीपावली के पश्चात् ससम्मान विसर्जन का संकल्प लिया गया।दीपावली के बाद सड़कों, पेड़ो के नीचे यहां वहां लोग मूर्तियां रख देते है जिससे आस्था का उपहास तो होता ही है साथ ही पर्यावरण की क्षति भी होती है। इसको ध्यान में रखते हुये जन जागरण का कार्य मगलमान द्वारा चलाया जा रहा है। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यापार नेता संदीप बंसल ने सभी से आग्रह किया कि अपने यहां पूजित मूर्तियों को मंगलमान अभियान के अंतर्गत निर्धारित केंद्रों पर आप पहुचा कर उनका मान करे। एकत्रित प्रतिमाओं को वहां से ले जाकर पर्यावरण अनुकूल विसर्जन का कार्य अभियान के कार्यकर्ता करेंगे।
डॉ कीर्ति नेहा ने मंगलमान के प्रारम्भ से अभी तक की यात्रा पर प्रकाश डाला और कहा कि मंगलमान एक विचार है जो हम सबको अपनाना है हम सभी का लक्ष्य ऐसा होना चाहिए जिससे समाज में मंगल भाव बढे। मूर्ति विसर्जन और पर्यावरण संरक्षण भी उसी का एक अंग है । संयोजक प्रो0 रामकुमार तिवारी को इस बात के लिए धन्यवाद दिया इस प्रकार के जन जागरण के अभियान से लखनऊ मैं स्वच्छता और पवित्रता का नया अध्याय लिखा जाएगा।
अध्यक्ष गणेश ताम्रकार ने कहा कि लोग अपने-अपने क्षेत्रों में जहां मूर्तियां मंगलमान केंद्रों पर इकट्ठी करे। जिससे उन क्षेत्रों से मूर्तियों को इकट्ठा कर उनका सामूहिक विसर्जन कराया जा सके। जो लोग व्यक्तिगत या समिति के स्तर पर यह कार्य पहले से करते रहे हैं वह भी इस अभियान से जुड़े। अधिक जानकारी के लिए कार्यक्रम के संयोजक डॉ रामकुमार तिवारी से उनके नंबर 9415755950 पर संपर्क कर सकते हैं। सिंधी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष नानक चंद लखमानी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिन देवी देवताओं के प्रतिमाओं की पूजा वर्ष भर करते हैं उनका मान करेंगे तो यह हमारा मान भी होगा।
प्रशांत भाटिया ने कहां कि पूरी दुनिया आज भारत की ओर देख रही है अतः भारत को अपने सनातन मूल्य के साथ मजबूती से खड़े होने की जरूरत है यही मंगलमान है। कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने कहा कि यह विषय मातृशक्ति के हृदय के अत्यंत करीब है और यह हर्ष का विषय है कि आज हम इस पर चर्चा कर रहे हैं उन्होंने छात्राओं शिक्षकों को आवाहन किया कि वह अपने घरों में इसकी चर्चा करें और लखनऊ ई विसर्जन का एक ऐसा मॉडल बने जो सबके लिए अनुकरणीय हो। प्रोफेसर मनोज पांडे लुआक्ता अध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
इस अवसर पर मंगलमान इंटर्नशिप प्रोग्राम के अंतर्गत चयनित विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
मंगलमान संयोजक प्रो0 राम कुमार तिवारी ने कहा कि अपने क्षेत्र के संग्रह केंद्रों की जानकारी मंगलमान की वेबसाइट www.mangalman.in पर उपलब्ध है इसे 9415755950 अपना नाम व पता व्हाट्सएप कर भी मंगाया जा सकता है। इसके साथ ही इको फ्रेंडली मूर्तियो को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है जिनका विसर्जन घर में ही किया जा सके।
- शहर के लगभग सभी मुहल्लों में किसी प्रमुख मंदिर को संग्रह केंद्र बनाया गया है। ऐसे 151 केंद्र बनाए जा रहे है।
- कार्यकर्ता आस पास यह जागरण करेंगे कि अमुक स्थान पर ही मूर्तियों को रखे।
- निर्धारित स्थानों पर प्रतिमाएं एकत्रित हो जाने के बाद अभियान की ओर से सुसज्जित वाहन भक्ति पूर्ण भाव के साथ वहां से उन्हें उठाकर सामूहिक सम्मान भू विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा। ...ताकि सर्वत्र मंगलमान हो।
इस अवसर पर लखनऊ के अनेको समाजसेवी, मंगलमान संग्रह केंद्रों के प्रमुख, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ कीर्ति नेहा ने किया।