पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिवस को 'सद्भावना दिवस' के रूप में मना रही यूपी सरकार, सभी विभागों को कार्यक्रम आयोजित करने का आदेश

कांग्रेस नेता रहे राजीव गांधी का आज 77वां जन्मदिवस है। सरकार ने आदेश जारी कर सभी विभागों को कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा है। अब तक कांग्रेस ही राजीव गांधी के जन्मदिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाती थी।

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिवस को 'सद्भावना दिवस' के रूप में मना रही यूपी सरकार, सभी विभागों को कार्यक्रम आयोजित करने का आदेश
कुछ दिनों पहले ही केंद्र सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार से राजीव गांधी का नाम हटा दिया था।

पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता रहे राजीव गांधी का आज 77वां जन्मदिवस है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज के दिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है। सरकार ने आदेश जारी कर सभी विभागों को कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा है। अब तक कांग्रेस ही राजीव गांधी के जन्मदिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाती थी।
प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार की तरफ से पुलिस महानिदेशक, सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को पत्र जारी कर 20 अगस्त 2021 को सद्भावना दिवस के रूप में मनाए जाने के लिए आदेश दिया गया है।

आदेश में क्या है?

प्रमुख सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, 'प्रत्येक साल 20 अगस्त को राजीव गांधी के जन्मदिवस को 'सद्भावना दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 'सद्भावना दिवस' मनाने का विचार सभी धर्म, भाषा और क्षेत्र के लोगों के मध्य राष्ट्रीय एकीकरण /सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है। 'सद्भावना दिवस' मनाए जाने का उद्देश्य है कि लोगों में हिंसा की प्रवृत्ति दूर हो और दया भाव का विकास हो। इस वर्ष 'सद्भावना दिवस प्रतिज्ञा समारोह' 20 अगस्त 2021 को आयोजित किया जाना है। इस संबंध में यह निर्देश हुआ है कि अपने विभागों-कार्यालयों में 20 अगस्त 2021 को सद्भावना दिवस के कार्यक्रम का आयोजन कराएं।'

सभी को लेनी होगी प्रतिज्ञा : सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि सद्भावना दिवस पर सभी कर्मचारी उपस्थित हों और प्रतिज्ञा लें - ''मैं प्रतिज्ञा करता हूं/करती हूं कि मैं जाति, संप्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करूंगा/करूंगी। मैं पुनः प्रतिज्ञा करता/करती हूं कि मैं हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझा लूंगा/लूंगी।

20 अगस्त 1944 को जन्मे राजीव गांधी जब 1984 में देश के नौंवे और सबसे युवा प्रधानमंत्री बने तब उनकी आयु महज 40 वर्ष थी।

केंद्र सरकार ने खेल रत्न पुरस्कार से नाम हटाया था : कुछ दिनों पहले ही केंद्र सरकार ने भारत में खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान 'राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार' का नाम बदल दिया था। सरकार ने इस पुरस्कार से पूर्व प्रधानमंत्री का नाम हटा दिया और इसका नाम 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' कर दिया है।