नारी बंदी निकेतन महिला जेल में पहुंच जाते आदर्श कारागार के कैदी : मॉडल जेल में हत्यारोपी कैदी की मौत से हुआ खुलासा
जेल अफसरों की लापरवाही का यह आलम कैदी की मौत का सबब बन गया। इसी के साथ इस घटना ने महिला जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए है। उधर महिला जेल की प्रभारी जेलर रंजू शुक्ला ने सिर्फ यही कहा कि ऐसा कोई मामला उनकी जानकारी में ही नहीं है।…..
लखनऊ। मॉडल जेल के कैदी महिला जेेल चले जाते हैं, यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे लेकिन सच है। दो दिन पहले आदर्श कारागार में कैदी की आत्महत्या के मामले में इस बात का खुलासा हुआ है। इस घटना ने नारी बंदी निकेतन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है। ऐसा तब हुआ जब महिला जेल में पुरुषों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है। आदर्श कारागार के कैदी ने नारी बंदी निकेतन में बंद महिला कैदी से सम्बंध बनाकर पूरे सिस्टम की पोल ही खोल दी।
राजधानी की नारी बंदी निकेतन महिला जेल प्रदेश की एक मात्र जेल है जहां सिर्फ सजायाफ्ता महिला कैदियो को ही रखा जाता है। इस जेल में प्रदेश के विभिन्न जनपदों की महिला कैदियों को रखे जाने का प्रावधान है। विभागीय जानकारों के मुताबिक महिला जेल में किसी भी पुरुष कैदी को प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। जेल विभाग को पुरुष उच्चाधिकारी भी बगैर मातहत अधिकारियों व महिला अधिकारियों के जेल में प्रवेश नहीं कर सकता है। ऐसी चाक चौबंद व्यवस्था होने के बाद आदर्श कारागार के एक राइटर कैदी के जेल की महिला कैदी से सम्बंध होने ने जेल के सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलकर रख दी। अब इस मसले पर जेल अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। यह अलग बात है कि आत्महत्या की इस घटना ने जेल में पुरुष कैदियो के जेल में प्रवेश का खुलासा जरूर कर दिया।
सोमवार को आदर्श कारागार के कैदी सुनील कुमार की आत्महत्या के बाद जो कहानी सामने आई उसने सभी को चौंका दिया। बताया गया है कि आदर्श कारागार में अकाउंट आफिसर मे बतौर राइटर काम करने वाला कैदी राकेश कुमार को सरकारी काम के बहाने नारी बंदी निकेतन मे आवागमन बना रहता है। इस आवागमन के दौरान कैदी सुनील कुमार (मृतक) अपनी भाभी (कथित पत्नी)के पास पैसा व संदेश भी भेजता था। इसी दौरान उसका उससे सम्बंध बन गया। दिलचस्प बात यह है कि नारी बंदी निकेतन की महिला अधिकारी व आदर्श कारागार के अधिकारी सब कुछ जानकर अंजान बने रहे। जेल अफसरों की लापरवाही का यह आलम कैदी की मौत का सबब बन गया। इसी के साथ इस घटना ने महिला जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए है। उधर महिला जेल की प्रभारी जेलर रंजू शुक्ला ने सिर्फ यही कहा कि ऐसा कोई मामला उनकी जानकारी में ही नहीं है।
राकेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार
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