निलंबित आबकारी निरीक्षक शंकर लाल ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति
शंकरलाल ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि गत 12 मई को मेल कर प्रकरण में व्यक्तिगत रूप से मिलकर जानकारी देने के लिए आपसे समय मांगा था। अब तक आबकारी आयुक्त ने विभागीय कार्यवाही में यथोचित निर्णय नहीं लिया है। इसकी वजह से मुझे और मेरे परिवार को मानसिक, सामाजिक, आर्थिक रूप से संकट का सामना करना पड़ रहा है। समाज और रिश्तेदार मुझे बार-बार अपमानित करते हैं। इस दशा में इच्छा मृत्यु ही एकमात्र विकल्प रह जाता है....
लखनऊ : निलंबित आबकारी निरीक्षक शंकर लाल ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। प्रतापगढ़ के कुंडा में क्षेत्र-3 में तैनात रहे शंकर लाल बीते 26 माह से निलंबित चल रहे हैं। उनको प्रयागराज में आबकारी आयुक्त कार्यालय से संबद्ध किया गया था। बताते चलें कि मार्च, 2021 में प्रतापगढ़ में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मृत्यु होने के बाद जिला आबकारी अधिकारी राजेश कुमार, आबकारी निरीक्षक शंकर लाल और सिपाही रामभजन काे निलंबित कर दिया गया था।
शंकरलाल ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि गत 12 मई को मेल कर प्रकरण में व्यक्तिगत रूप से मिलकर जानकारी देने के लिए आपसे समय मांगा था। अब तक आबकारी आयुक्त ने विभागीय कार्यवाही में यथोचित निर्णय नहीं लिया है। इसकी वजह से मुझे और मेरे परिवार को मानसिक, सामाजिक, आर्थिक रूप से संकट का सामना करना पड़ रहा है। समाज और रिश्तेदार मुझे बार-बार अपमानित करते हैं। इस दशा में इच्छा मृत्यु ही एकमात्र विकल्प रह जाता है, जिसके लिए आपकी अनुमति की आवश्यकता है।
इस संबंध में अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी ने कहा कि अभी इस प्रकरण की जांच जारी है। निलंबित आबकारी निरीक्षक यदि इच्छा मृत्यु की धमकी दे रहा है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।