आगरा, मथुरा व फिरोजाबाद जिलों में पानी की सप्‍लाई का रास्‍ता हुआ साफ

राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन में गुरुवार को बैठक का हुआ आयोजन, जलशक्ति मंत्री स्‍वतंत्र देव सिंह की अध्‍यक्षता में आयोजित हुई बैठक में लिए गए बड़े फैसले l

आगरा, मथुरा व फिरोजाबाद जिलों में पानी की सप्‍लाई का रास्‍ता हुआ साफ
आगरा, मथुरा व फिरोजाबाद जिलों में पानी की सप्‍लाई का रास्‍ता हुआ साफ

मुख्य बातें

  • कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह,नमामि गंगे के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव,प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) के प्रबन्ध निर्देशक डॉ बलकार सिंह समेत अधिकारी बैठक में रहे मौजूद l
  • तीनों जिलों में होगी गंगा के जल से पानी की आपूर्ति, लोअर गंगा कैनाल व अपर गंगा कैनाल से कच्चा जल लेकर जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी l
  • उन्‍नाव में गंगा व बलिया में घाघरा नदी से होगी जलापूर्ति, जल जीवन मिशन को अब और मिलेगी रफ्तार l
  • स्प्रिंकलर ड्रिप सिंचाई पद्धति को दें बढ़ावा, ड्रॉप मोर क्रॉप जैसे वैकल्पिक माध्यमों से सिंचित करने की करें व्यवस्था-स्‍वतंत्र देव सिंह 
  • जल का समुचित संचयन हो सके इसलिए बरसाती पानी को करें एकत्रित-स्‍वतंत्र देव सिंह

लखनऊ : आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, बलिया, चन्‍दौली, उन्‍नाव व प्रयागराज जिलों में पानी की सप्‍लाई का रास्‍ता साफ हुआ है। जल जीवन मिशन के तहत अब इन जिलों में गंगा, यमुना और घाघरा के जल से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। आगरा, मथुरा व फिरोजाबाद इन तीनों जिलों में लोअर गंगा कैनाल और अपर गंगा कैनाल से कच्चा जल लेकर जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। उन्नाव जिले में गंगा बैराज से और प्रयागराज जिले के यमुना पार क्षेत्र में गंगा नदी से जलापूर्ति होगी। जल जीवन मिशन के तहत जहां एक ओर ग्रामीण परिवारों तक नल से स्‍वच्‍छ पेयजल मिल रहा है वहीं अब मिशन मोड पर तेज गति से कार्य करने का खाका तैयार कर लिया गया है। निर्बाध तौर पर यहां पर पानी की सप्‍लाई शुरू होने से ग्रामीण परिवारों की पानी की समस्‍या दूर होगी।

गोमतीनगर स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यालय में गुरुवार को बैठक का आयोजन किया गया। जलशक्ति मंत्री स्‍वतंत्र देव सिंह की अध्‍यक्षता में आयोजित हुई बैठक में बड़े फैसले लिए गए। उन्‍होंने अधिकारियों को सिंचित क्षेत्र में आयी कमी की प्रतिपूर्ति की समुचित व्यवस्था के लिए बैठक का आयोजन करने के निर्देश दिए। इनसे जुड़े क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था के लिए नहरों की लाइनिंग पर विचार करने के भी निर्देश दिए।

उन्‍होंने योजना के तहत जल लिये जाने से जितना क्षेत्र सिंचाई से प्रभावित हो रहा है वहां पर ड्राप मोर क्राप जैसे वैकल्पिक माध्यमों से सिंचित करने की व्यवस्था से जुड़े निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्‍होंने स्प्रिंकलर ड्रिप सिंचाई पद्धति को बढ़ावा देने, वर्षा जल का समुचित संचयन हो सके इसके लिए उन्‍होंने बरसाती पानी को एकत्रित करने के लिए पर्याप्त संरचनाओं के निर्माण और पुनरुद्धार के निर्देश दिए। उन्‍होंने कहा कि इस रणनीति से भूजल के स्तर में सुधार होगा और सिंचाई के लिए भी जल प्रयोग में लाया जा सकेगा। बैठक में नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्‍तव, उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) के प्रबन्ध निर्देशक डॉ बलकार सिंह समेत वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

पल्लव शर्मा 
सीनियर पत्रकार