लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अगले 15 दिनों में हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, चार नए चेहरों को मिल सकती है जगह

विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का विस्तार होने की उम्मीद बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि चार लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अगले 15 दिनों में हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, चार नए चेहरों को मिल सकती है जगह
यूपी चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का हो सकता है विस्तार

बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल शामिल हुए l प्रदेश में अगले 15 दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है l

मुख्य बातें

  • यूपी चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का हो सकता है विस्तार
  • चार नए चेहरों को मिल सकती है जगह
  • जितिन प्रसाद, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, संजय निषाद,विद्या सागर सोनकर के नाम की चर्चा तेज 

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में चार चेहरों को जगह दी जा सकती है। जिन नामों पर चर्चा है उनमें जितिन प्रसाद, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, संजय निषाद विद्या सागर सोनकर का नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ की कल दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई थी और नामों पर चर्चा हुई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीएल संतोष से दिल्ली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल की मुलाकात के बाद यूपी में कैबिनेट विस्तार की संभावना जतायी जाने लगी है।

कैबिनेट विस्तार की चर्चा पहले से : इस संबंध में पहले से भी कयास लगाए जा रहे थे कि चुनाव में जाने से पहले योगी सरकार कुछ नए चेहरों को शामिल कर सकती है। खासतौर पर जब जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हुए तो उस समय चर्चा तेज हुई कि उन्हें जगह दी जा सकती है। सियासत के जानकारों का कहना है कि जिस तरह से विपक्षी दलों द्वारा बार बार योगी सरकार को ब्राह्मण विरोधी बताए जाने के आरोप लगाए जाते रहे हैं उन आलोचनाओं का जवाब देने के लिए पार्टी ने रणनीति तैयार की।

22 अगस्त 2019 को हुआ था मंत्रिमंडल विस्तार : उत्तर प्रदेश में 19 मार्च 2017 को सरकार गठन के बाद योगी सरकार ने 22 अगस्त 2019 को मंत्रिमंडल विस्तार किया था l उस दौरान उनके मंत्रिमंडल में 56 सदस्य थे, कोरोना के चलते तीन मंत्रियों का निधन हो चुका है, हाल ही में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप की मौत हो गई थी, जबकि कोरोना की पहली लहर में मंत्री चेतन चौहान और मंत्री कमल रानी वरुण का निधन हो गया था l पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 6 स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को कैबिनेट की शपथ दिलाई गई थी, इसमें तीन नए चेहरे भी शामिल थे.

2022 का चुनाव हर दल के लिए अहम : सियासत के जानकार कहते हैं कि 2022 का चुनाव बीजेपी, एसपी, बीएसपी और कांग्रेस हर किसी के लिए अहम है और उसके पीछे पुख्ता वजह भी है। बीजेपी चाहेगी कि वो 2022 का चुनाव जीतकर उस मिथ को तोड़ना चाहेगी जिसमें एंटी इंकंबेंसी को हार के लिए बड़ी वजह बताया जाता है। इसके साथ ही एसपी के लिए करो मरो की बात होगी खासतौर से अखिलेश यादव के लिए 2022 का चुनाव उन्होंने अपने बलबूते जीता तो बीएसपी और कांग्रेस के लिए खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की चुनौती है।

 सौरभ दोहरे 
विशेष संवाददाता