उत्तर-प्रदेश में जल्द होगा समाप्त वीकेंड लॉकडाउन : शनिवार-रविवार को व्यापारी प्रतिष्ठान बंद होने से कारोबार हो रहा है प्रभावित, 1 दिन की बंदी हो सकती है लागू
प्रदेश में कोरोना पूरी तरीके से काबू नजर आ रहा है। इसलिए सरकार ने माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई शुरू करने का फैसला कर लिया है। लगभग सभी प्रतिबंध खत्म हो चुके हैं। ऐसे में प्रदेश वासियों को उम्मीद है कि, सप्ताहिक बंदी से भी जल्द राहत मिल सकती है
लखनऊ : यूपी में कोरोना के मामले घटने से जिस प्रकार प्रतिबंधों में ढील दी गई है, उम्मीद की जा रही है प्रदेश सरकार जल्द ही साप्ताहिक बंदी से भी छूट दे देगी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में गतिविधियां प्रतिबंधित कर दी गई थी। बाजारों व सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना को रोकने के लिए चरणबद्ध तरीके से शुक्रवार, शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी लगा दी गई थी। प्रदेश में कोरोना पूरी तरीके से काबू नजर आ रहा है। इसलिए सरकार ने माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई शुरू करने का फैसला कर लिया है। लगभग सभी प्रतिबंध खत्म हो चुके हैं। ऐसे में प्रदेश वासियों को उम्मीद है कि, सप्ताहिक बंदी से भी जल्द राहत मिल सकती है। लोगों की स्वास्थ्य की चिंता देखते हुए एक दिन की बंदी का फैसला किया जा सकता है।
व्यापारी संगठन उठा कर चुका है मांग उत्तर प्रदेश के तमाम व्यापारी संगठनों ने वीकेंड लॉकडाउन हटाए जाने की सरकार से मांग की है। व्यापारी कारोबारी भी यहीं चाहते हैं। क्योंकि अधिकांश नौकरीपेशा लोग वीकेंड पर ही खरीदारी के लिए निकलते हैं। उन 2 दिनों में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहने से कारोबार प्रभावित हो रहा है। शनिवार रविवार ही खरीदारी के लिए मिलते हैं। संक्रमण के मामले बढ़े तो तय है कि, वीकेंड बंदी से जल्द छूट दे दी जाए।
तीसरी लहर की संभावना खत्म होने के बाद होगा विचार : उत्तर प्रदेश के अधिकारियों का मानना है कि, तीसरी लहर की आशंका खत्म हो जाए तभी साप्ताहिक बंदी पर फ़ैसला लिया जाएगा। सरकार चाहती है कि, आमजन को राहत मिले लेकिन स्वास्थ्य की चिंता भी करनी होगी। कोरोना के केस तो घटे लेकिन नए वेरिएंट पर विशेषज्ञों की राय का इंतजार है।