28 अगस्त से अलग-अलग राज्यों में लगातार चार दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें पूरी सूची
अगर आने वाले दिनों में आपको बैंक का कोई काम निपटाना है,तो ये खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। कोरोना वायरस के समय में सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना बेहद जरूरी है। तो पहले भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार बैंकों की छुट्टियों की सूची देख लें।
यदि आपको बैंक का कोई भी जरूरी कार्य करना है, तो ये खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। कोरोना वायरस के समय में सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना बेहद जरूरी है। इसलिए ग्राहकों को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नेट बैंकिंग के जरिए अपने बैकिंग कार्य निपटाने की सलाह दी है। लेकिन अगर ब्रांच जाना जरूरी हो, तो ग्राहकों को यह जरूर जान लेना चाहिए कि आने वाले दिनों में उन्के शहरों में बैंक बंद रहेंगे या नहीं।
आरबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, आने वाले दिनों में देश के कई राज्यों में बैंक बंद रहें। इसलिए अगर आप आपने बैंक का कोई काम निपटाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो पहले यह सूची देख लीजिए।
इसके बाद विभिन्न राज्यों में इन दिनों बंद रहेंगे बैंक-
- 28 अगस्त 2021- इस दिन महीने का चौथा शनिवार है, इसलिए सभी राज्यों में बैंक बंद रहेंगे।
- 29 अगस्त 2021- इस दिन को रविवार है, इसलिए इस दिन सभी राज्यों में बैंक बंद रहेंगे।
- 30 अगस्त 2021- 30 अगस्त को अहमदाबाद, कानपुर, गैंगटॉक, चंडीगढ़, चेन्नई, जम्मू, जयपुर, देहरादून, पटना, रांची, रायपुर, लखनऊ, श्रीनगर, शिमला और शिलांग में जन्माष्टमी (श्रावण वड़ -8)/कृष्ण जयंती के अवसर पर बैंक बंद रहेंगे।
- 31 अगस्त 2021- महीने के आखिरी दिन हैदराबाद में श्री कृष्ण अष्टमी के अवसर पर इस दिन बैंक बंद रहेंगे।
नोट: इस बात का ध्यान रहे कि इन सभी छुट्टियों में अलग-अलग राज्यों में होने वाली छुट्टियां भी शामिल हैं। इससे जुड़ी अन्य जानकारी आपको भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की वेबसाइट पर मिल जाएगी।
मालूम हो कि देश में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इन दिनों लोगों ने करंसी नोटों से दूरी बना ली है। इसकी जगह भुगतान के लिए लोग डिजिटल माध्यमों का उपयोग पहले के मुकाबले ज्यादा करते हुए नजर आ रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मार्केट में करंसी नोटों की उपलब्धता की दर पिछले साल 13 अगस्त के मुकाबले कम होकर 10 फीसदी रह गई है। जबकि पिछले वर्ष की इस अवधि में वित्तीय प्रणाली में करंसी नोटो के प्रसार की दर 22.4 फीसदी थी।