कारागार विभाग में अब होगी डीजी की तैनाती : प्रदेश में होंगी डीजी-नॉन डीजी काडर की 16 पोस्ट, गृह मंत्रालय भारत सरकार से संस्तुति का इंतजार

उत्तर प्रदेश में डीजी काडर की सात व नॉन डीजी काडर की सात कुल 14 डीजी की पोस्ट है। प्रदेश में महानिदेशक पुलिस के अलावा डीजी सिविल डिफेन्स-होमगार्ड, डीजी पुलिस प्रशिक्षण एवं अत्याधुनिकीकरण, निदेशक सतर्कता, डीजी/ चेयरमैन पुलिस भर्ती बोर्ड, डीजी सीबीसीआईडी के साथ डीजी फायर सर्विस के सात पद है।

कारागार विभाग में अब होगी डीजी की तैनाती : प्रदेश में होंगी डीजी-नॉन डीजी काडर की 16 पोस्ट, गृह मंत्रालय भारत सरकार से संस्तुति का इंतजार
कारागार विभाग में अब होगी डीजी की तैनाती

लखनऊ। प्रदेश कारागार विभाग में अब आईजी नही डीजी जेल बैठेगा। कारागार विभाग को डीजी काडर पोस्ट करने की तैयारी अंतिम चरण में है। गृह मंत्रालय भारत सरकार की संस्तुति मिलते ही इस परिवर्तन से प्रदेश में डीजी काडर के आठ और नॉन डीजी काडर के आठ कुल 16 पद डीजी के हो जाएंगे। अभी तक प्रदेश में सात काडर डीजी और सात नॉन काडर कुल डीजी के पदों की संख्या 14 थी।

मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान समय मे उत्तर प्रदेश में डीजी काडर की सात व नॉन डीजी काडर की सात कुल 14 डीजी की पोस्ट है। प्रदेश में महानिदेशक पुलिस के अलावा डीजी सिविल डिफेन्स-होमगार्ड, डीजी पुलिस प्रशिक्षण एवं अत्याधुनिकीकरण, निदेशक सतर्कता, डीजी/ चेयरमैन पुलिस भर्ती बोर्ड, डीजी सीबीसीआईडी के साथ डीजी फायर सर्विस के सात पद है। इसके साथ ही इन अधिकारियों को सात नॉन डीजी काडर पदों का अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाता है। कुल मिलाकर 14 पदों पर डीजी की तैनाती होती है।

सूत्रों का कहना है कि बीते दिनों प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय भारत सरकार को एक प्रस्ताव भेजकर प्रदेश मे  डीजी काडर की एक पोस्ट बढ़ाने का आग्रह किया था। इसमे कारागार विभाग में आईजी जेल पड़ को डीजी काडर में परिवर्तित करने की बात कही गयी। बताया गया है कि सरकार के आग्रह पर आपत्ति जताते हुए गृह मंत्रालय ने कहा कि डीजी काडर की पोस्ट बढ़ाने  की बात कर रहे है जबकि एक डीजी को दो डीजी काडर की पोस्ट पर तैनात किया गया है। इस आपत्ति के बाद हरकत में आई सरकार ने आनन फानन में इस अधिकारी को डीजी काडर की एक पोस्ट से हटाकर नॉन डीजी पोस्ट पर तैनात कर आपत्ति का निस्तारण कर दिया। निस्तारण की रिपोर्ट को गृह मंत्रालय भारत सरकार को भेज दी गयी है। 

रिपोर्ट के बाद कारागार विभाग को डीजी काडर पोस्ट मिलने का रास्ता साफ हो गया। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय भारत सरकार की संस्तुति मिलते ही कारागार विभाग की आईजी जेल की पोस्ट डीजी काडर की पोस्ट में परिवर्तित हो जाएगी। इसके बाद प्रदेश में डीजी व नॉन डीजे काडर की 16 पोस्ट हो जाएंगी। उधर इस संबंध में एसीएस होम अवनीश अवस्थी से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।

अधिकांश एडीजी की हुई आईजी पद पर तैनाती

लखनऊ। वर्ष-2007 में प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने कारागार विभाग की कमान आईपीएस को सौंपी थी। डीजी का प्रभार प्रमुख सचिव गृह के सुपुर्द किया गया था। जेल विभाग में बतौर आईपीएस पहली तैनाती एडीजी सुलखान सिंह की हुई थी। इसके बाद  आईजी पीके मिश्रा को छोड़कर अधिकांश एडीजी ही तैनात हुए। बतौर डीजी आनंद कुमार पहले अधिकारी है जो डीजी पुलिस/आईजी जेल काम कर रहे हैं।

राकेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार
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