12 साल के बच्चे ने मौत को मात दे दी : छत से 7 फीट लंबे बांस पर गिरा था 12 साल का बच्चा, 3 घंटे तक चली सर्जरी
बच्चा दोस्तों के साथ छत पर खेल रहा था। खेलते हुए वह 12 फीट ऊंची छत से नीचे गिर पड़ा। जहां बच्चा गिरा वहां बांस का डंडा रखा था जो बच्चे के कंधे के आर-पार हो गया।
मेरठ में एक 12 साल के बच्चे ने मौत को मात दे दी। बांस का 7 फीट का डंडा बच्चे के कंधे के आर-पार हो गया, जिसको निकालने के लिए डॉक्टरों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। 3 घंटे के ऑपरेशन के बाद बच्चे के कंधे से बांस निकाला गया। घटना उस वक्त हुई, जब बच्चा दोस्तों के साथ छत पर खेल रहा था। खेलते हुए वह 12 फीट ऊंची छत से नीचे गिर पड़ा। जहां बच्चा गिरा वहां बांस का डंडा रखा था जो बच्चे के कंधे के आर-पार हो गया।
बच्चे को गोद में उठाकर और एक हाथ से बांस पकड़कर परिजन उसे अस्पताल लाए |
5वीं में पढ़ता है साद : गंगानगर क्षेत्र के मामेपुर निवासी आसिफ नोएडा में निजी कंपनी में जॉब करते हैं। आसिफ का 12 साल का बड़ा बेटा साद 5वीं कक्षा में पढ़ता है। बुधवार दोपहर साद दोस्तों के साथ पड़ोसी की छत पर खेल रहा था। छत की एक तरफ टिन शेड है जो टूटा था। खेलते-खेलते बच्चे अचानक टिन शेड वाली जगह पर आ गए। जहां से साद नीचे गिर पड़ा। साद छत से नीचे उस जगह गिरा जहां बांस रखा था। झटके से नीचे गिरने के कारण बांस साद के कंधे को चीरता हुआ पार निकल गया और कंधे में फंस गया।
अब खतरे से बाहर है बच्चा : बच्चे के नीचे गिरने के बाद वहां काफी लोग जमा हो गए। लोगों ने देखा कि बच्चे के कंधे में बांस फंस गया है तो घबरा गए। तभी साद के पिता आसिफ और मां मुशर्रफ व परिजन भी वहां पहुंचे। घबराए परिजन बच्चे को गोद में उठाकर एक हाथ से उसके कंधे में फंसे बांस को पकड़कर अस्पताल लेकर गए। यहां डॉक्टरों ने सर्जरी की।
लगभग तीन घंटे चली सर्जरी के बाद बच्चे के हाथ से बांस को निकाला गया। डॉ. भानू प्रताप, डॉ. रजत, डॉ. फिरोज और डॉ. बुशरा की टीम ने साद का ऑपरेशन किया। डॉक्टरों का कहना है कि इस हादसे में बच्चे के फेफेड़े थोड़े डैमेज हुए हैं, लेकिन ऑपरेशन के बाद वह खतरे से बाहर है।