27 तारीख को TATA ग्रुप की हो जाएगी Air India : पिछले साल अक्टूबर में हुई थी डील, 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगा टाटा समूह

समाचार एजेंसी एएनआई ने सोमवार को कर्मचारियों को भेजे गए ई-मेल के हवाले से एयर इंडिया के निदेशक (वित्त) विनोद हेजमादी के हवाले से कहा कि, “एयर इंडिया का विनिवेश अब 27 जनवरी 2022 को किए जाने का फैसला लिया गया है

27 तारीख को TATA ग्रुप की हो जाएगी Air India : पिछले साल अक्टूबर में हुई थी डील, 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगा टाटा समूह
केंद्र सरकार की ओर से कल गुरुवार को एअर इंडिया (Air India) को टाटा समूह (Tata Group) को सौंपने की उम्मीद है

गणतंत्र दिवस के एक दिन बाद केंद्र सरकार की ओर से कल गुरुवार को एअर इंडिया (Air India) को टाटा समूह (Tata Group) को सौंपने की उम्मीद है, इस हफ्ते की शुरुआत में यह खबर आई थी कि जल्द ही इसे सौंप दिया जाएगा. हालांकि इस संबंध में अब तक आधिकारिक तारीख की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन केंद्र 27 जनवरी को अपनी यह विनिवेश प्रक्रिया (Air India disinvestment) को पूरा करना चाहता है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सोमवार को कर्मचारियों को भेजे गए ई-मेल के हवाले से एयर इंडिया के निदेशक (वित्त) विनोद हेजमादी के हवाले से कहा कि, “एयर इंडिया का विनिवेश अब 27 जनवरी 2022 को किए जाने का फैसला लिया गया है. 20 जनवरी को समापन बैलेंस शीट आज 24 जनवरी (सोमवार) को प्रदान की जानी है ताकि टाटा द्वारा इसकी समीक्षा की जा सके और कोई भी परिवर्तन बुधवार को प्रभावी हो सके.” हेजमादी ने अपने कर्मचारियों द्वारा अब तक किए गए “उत्कृष्ट कार्य” की सराहना की और हैंडओवर से पहले अंतिम दिनों में भी सहयोग की अपेक्षा की.

1953 में सरकार द्वारा विमानन क्षेत्र का राष्ट्रीयकरण करने के साथ ही राष्ट्रीय वाहक की शुरुआत की गई. 90 साल पहले टाटा की ओर से शुरू की गई कंपनी को सरकार ने अपने संरक्षण में ले लिया था. लेकिन अब घाटे के बाद केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एअर इंडिया को टाटा समूह को बेच दिया.

एअर इंडिया के अधिग्रहण को मंजूरी : पहले यह खबर आई थी कि एअर इंडिया को इस हफ्ते के अंत तक टाटा समूह को सौंपा जा सकता है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. सरकार ने एक प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिये पिछले साल आठ अक्टूबर को टाटा संस की एक कंपनी की तरफ से लगाई गई बोली को स्वीकार कर एअर इंडिया के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी.

एअर इंडिया के साथ उसकी किफायती विमान सेवा एअर इंडिया एक्सप्रेस की भी शत-प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री की जाएगी. साथ ही उसकी ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी एआईएसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा समूह को दी जाएगी.

15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगा टाटा समूह : उस समय सरकार की ओर से यह भी कहा गया था कि इस अधिग्रहण से जुड़ी औपचारिकताओं को दिसंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, हालांकि बाद में इसमें देरी हुई. अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इस सौदे को लेकर बाकी औपचारिकताएं अगले कुछ दिनों में पूरी होने की उम्मीद है और इस हफ्ते के अंत तक विमानन कंपनी को टाटा समूह को सौंप दिया जाएगा.

सरकार ने पिछले साल 25 अक्टूबर को 18,000 करोड़ रुपये में एअर इंडिया की बिक्री के लिए टाटा संस के साथ खरीद समझौता किया था. टाटा सौदे के एवज में सरकार को 2,700 करोड़ रुपये नकद देगी और एयरलाइन पर बकाया 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगी l एअर इंडिया साल 2007-08 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से ही लगातार घाटे में चल रही थी. गत 31 अगस्त को उस पर कुल 61,562 करोड़ रुपये का बकाया था.