गूगल के CEO सुंदर पिचाई पर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप : फिल्म मेकर सुनील दर्शन ने गूगल के CEO सुंदर पिचाई के खिलाफ दर्ज कराई FIR
सुनील दर्शन ने ईटाइम्स को बताया, "मेरी फिल्म, जिसे मैंने कहीं भी अपलोड नहीं किया है और दुनिया में किसी को भी नहीं बेचा है। उसे यूट्यूब पर लाखों बार देखा गया। मैं गूगल से इस फिल्म को प्लेटफॉर्म से हटाने के लिए अनुरोध करता रहा और दर-दर भटकता रहा। मैं बहुत निराश हो गया था और मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था, इसलिए मुझे अदालत जाना पड़ा।
फिल्म मेकर सुनील दर्शन ने यूट्यूब पर अपनी फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' के कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर गूगल CEO सुंदर पिचाई, गूगल और इसके कुछ अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि यूट्यूब पर कई यूजर्स द्वारा उनके एक्सक्लूसिव कंटेंट को यूज किया जा रहा है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। अपनी FIR में फिल्म मेकर ने गुगल के CEO सुंदर पिचाई और कंपनी के कई अन्य एम्प्लॉइज का नाम भी शामिल किया है। अंधेरी ईस्ट एमआईडीसी पुलिस स्टोशन में कॉपीराइट एक्ट की धारा 51, 63 और 69 के तहत FIR दर्ज की गई है।
एक अरब से ज्यादा बार कॉपीराइट उल्लंघन हुए हैं: सुनील : सुनील दर्शन ने ईटाइम्स को बताया, "मेरी फिल्म, जिसे मैंने कहीं भी अपलोड नहीं किया है और दुनिया में किसी को भी नहीं बेचा है। उसे यूट्यूब पर लाखों बार देखा गया। मैं गूगल से इस फिल्म को प्लेटफॉर्म से हटाने के लिए अनुरोध करता रहा और दर-दर भटकता रहा। मैं बहुत निराश हो गया था और मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था, इसलिए मुझे अदालत जाना पड़ा। और सौभाग्य से कोर्ट ने मेरे पक्ष में आदेश दिया और पुलिस को FIR दर्ज करने का निर्देश दिया। एक अरब से ज्यादा बार कॉपीराइट उल्लंघन हुए हैं और मेरे पास उनमें से प्रत्येक का रिकॉर्ड है। यह उन लोगों के बारे में है जो दावा करते हैं कि वे कानून का पालन करते हैं और अब उनके पास कोई सिस्टम नहीं है। मेरे वीडियो से कमाई करने वालों को बहुत फायदा हो रहा है। मैं टेक्नोलॉजी को चुनौती नहीं देना चाहता। लेकिन, मैं टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को चैलेंज कर रहा हूं।"
गुगल ने सुनील की शिकायतों को किया था नजरअंदाज : मामले पर कानूनी दृष्टिकोण सामने रखते हुए सुनील दर्शन के वकील आदित्य ने कहा, "उनकी फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' के ऑडियो-विजुअल और ऑडियो अपलोड करने की उनकी कार्रवाई से यूट्यूब और उसके अधिकारियों ने न केवल मार्केटेबिलिटी को काफी कम कर दिया है। और फिल्म के ऑडियो-विजुअल और ऑडियो के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के मूल्य को भी कम किया है। लेकिन, यूट्यूब ने कंटेंट को प्लेटफॉर्म पर दिखाकर उस पर आने वाले एडवरटाइजमेंट और अन्य कई सोर्स के माध्यम से बड़ा रेवेन्यू कमाकर खुद को अन्यायपूर्ण रूप से समृद्ध किया है। जिसकी दर्शन ने यूट्यूब-गुगल और उसके अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन उन्होंने उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया और उनके इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स का अवैध रूप से यूज करके अपने लिए बड़ा रेवेन्यू कमाना जारी रखा।"
मैं केवल अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं : सुनील दर्शन अपने सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। वहीं उन्हें समझौता करने में भी कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं केवल अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं। कोई मेरे कंटेंट का यूज कैसे कर सकता है। विशेष रूप से जिस पर मेरा कॉपीराइट है, जो मैंने कभी किसी को बेचा नहीं है, किसी के साथ शेयर नहीं किया है। और न ही किसी प्लेटफॉर्म पर शेयर किया। और फिर उनके अपने कारण होते हैं और वे उसे हटा भी नहीं सकते। मैंने फिल्म की पूरी वेल्यू को खो दिया है और उन्होंने ऐसा पहले भी किया है, यह एक अलग मामला है।"