आशियाना में ब्राह्मण सम्मेलन की तैयारियों को लेकर हुई बैठक : गरीब ब्राह्मण के बच्चो को शिक्षित करे समर्थ ब्राह्मण
पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल ने कहा कि ब्राह्मण समाज को एकजुट होने की जरूरत है। एकजुटता नही होने से शक्ति कमजोर होती है। इस मौके पर पार्षद कौशलेंद्र द्विवेदी ने कहा कि समाज ब्राह्मणों का इस्तेमाल कर रहे है। ब्राह्मणों को इस्तेमाल नही होना है।
लखनऊ। ब्राह्मण कोई जाति नही विचारधारा है। ब्राह्मण जब उच्च पद पर पहुँच जाता है तो उसका चश्मा बदल जाता है। ब्राह्मणों को अपनी विचारधाराओं को बदलना नही चाहिए। यह विचार बुधवार को आशियाना स्थित बालाजी मैरिज लॉन व टेंट हाउस प्रांगण में 15 जनवरी को इंदिरा प्रतिष्ठान में होने वाले ब्राह्मण सम्मेलन की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में वक्ताओं ने व्यक्त किये।
ब्राह्मण इस्तेमाल होने के बजाए बनायें अपनी पहचान : सम्मेलन की तैयारियों पर विचार व्यक्त करते हुए विश्वनाथ चतुर्वेदी मोहन ने समर्थ ब्राह्मणों से अपील की की वह गरीब ब्राह्मण के बच्चों को शिक्षित कर आगे बढ़ाने में मदद करें।फ़ोटो खिंचाकर औपचारिकता नही निभाए। बैठक में पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल ने कहा कि ब्राह्मण समाज को एकजुट होने की जरूरत है। एकजुटता नही होने से शक्ति कमजोर होती है। इस मौके पर पार्षद कौशलेंद्र द्विवेदी ने कहा कि समाज ब्राह्मणों का इस्तेमाल कर रहे है। ब्राह्मणों को इस्तेमाल नही होना है।
इस मौके पर बालाजी संस्थान के अनिल शुक्ला, राकेश कुमार शास्त्री, अतुल मिश्र, विनोद शुक्ल, ज्ञानेश पांडे, नीरज शर्मा, अनुज शुक्ल, गगन शर्मा, रंजना मिश्रा समेत अन्य तमाम ब्राह्मणों ने समाज को एकजुट करने के लिए विचार व्यक्त किये।
राकेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार
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