100 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोपी बिल्डर भागने वाला था दुबई, पुलिस ने परिवार सहित किया गिरफ्तार
बिल्डर अपने परिवार सहित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सऊदी अरब में बसने की तैयारी कर रहा था। गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रेड एप्पल, मंजू जे. होम्स और आइडिया बिल्डर्स एंड डेवलपर्स के नाम पर फ्लैट बनाने का काम बिल्डर ने शुरू किया था।....
गाजियाबाद : दिल्ली एनसीआर में आशियाने का सपना संजोए आम आदमी के जीवन भर की गाढ़ी कमाई के 100 करोड़ डकारने वाले बिल्डर को पुलिस ने परिवार सहित गिरफ्तार कर लिया। बिल्डर अपने परिवार सहित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सऊदी अरब में बसने की तैयारी कर रहा था। गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रेड एप्पल, मंजू जे. होम्स और आइडिया बिल्डर्स एंड डेवलपर्स के नाम पर फ्लैट बनाने का काम बिल्डर ने शुरू किया था। सैकड़ों परिवारों से फ्लैट की बुकिंग करा कर रकम ऐंठने वाले इस बिल्डर ने ना तो कभी फ्लैट ही दिया और ना ही कोई रकम की वापसी की, यहां तक कि एक ही फ्लैट को दो बार बेचकर खरीदने वाले के साथ धोखाधड़ी भी की।
नंदग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि खुद को पुलिस के शिकंजे में फंसता देख बिल्डर ने फर्जी पैन कार्ड और आईडेंटिटी प्रूफ के आधार पर ICICI बैंक में नाम डालकर खाता खुलवा कर सारे पैसे ट्रांसफर करने की फिराक में था, इसके साथ ही वह यूएई में परिवार सहित सेटल होने की प्लानिंग कर रहा था।
विदेश में सेटल होने की कहानी का गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा : बिल्डर राजकुमार जैन के साथ पुलिस ने उसकी पत्नी इंदु जैन, बेटे नमन, बेटी अनुषा और ऋषभ जैन को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा दो आरोपी अक्षय और प्रतीक जैन अभी फरार हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के साथ ही मौके से अहम दस्तावेज बरामद किए जिन्हे देखकर पुलिस के होश फाख्ता हो गए। अक्षय जैन ने देवेन गर्ग के नाम से ICICI बैंक में खाता खुलवा कर चेकबुक और डेबिट कार्ड भी ले लिया था और इसी नाम से संयुक्त अरब अमीरात के दुबई का एक सिटीजनशिप कार्ड भी बरामद किया गया है।
पुलिस ने जांच में पाया कि बिल्डर का पूरा परिवार अपनी पहचान को छुपा कर परमानेंट तरीके से UAE में ही बसने की तैयारी में था, लेकिन इसी बीच पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 13 से ज्यादा फर्जी आधार कार्ड, 5 मोबाइल फोन, 4 एप्पल के लैपटॉप भी रिकवर किए हैं। जिनसे और अधिक घोटाले का खुलासे के सबूत मिल सकते है।
बिल्डर पर दर्ज 29 मुकदमें में चल रही थी जांच : बायर्स ने शासन की तरफ से मंत्री सतीश महाना की अध्यक्षता में गठित बिल्डर बायर्स की कमेटी में भी शिकायत दर्ज कराई। लेकिन जब बिल्डर ने तय समय मे कोई फ्लैट डिलीवर नही किया तो सभी खरीददारों ने बिल्डर राजकुमार और उनके परिवार के सदस्यों पर धोखाधडी के 29 मुकदमे दर्ज कराए थे।