वाराणसी : चोपन-सिंगरौली रेलवे लाइन का पुल हादसे को न्योता दे रहा : सावधान का बोर्ड लगने के बावजूद भी ओवरलोडेड भारी वाहनों का आवागमन जारी

डाला में रेलवे ओवर ब्रिज तीन साल पहले बनकर तैयार हुआ है. रेलवे पुल के एक लेन से ही आवाजाही शुरू की गई थी. दूसरे लेन पर अभी काम चल रहा है. इससे पहले ही पुल के चालू लेन में भी दरार आ गई.

वाराणसी : चोपन-सिंगरौली रेलवे लाइन का पुल हादसे को न्योता दे रहा : सावधान का बोर्ड लगने के बावजूद भी ओवरलोडेड भारी वाहनों का आवागमन जारी

वाराणसी : शक्तिनगर राजमार्ग पर डाला में चोपन-सिंगरौली रेलवे लाइन का पुल (382 आरओबी) हादसे को न्योता दे रहा है. दरार आने के बाद भारी वाहनों के गुजरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. उपसा के इंजीनियरों ने मौके पर पहुंचकर पुल में आई दरारों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान 382 आरओबी पुल को क्षतिग्रस्त पाया.

चेतावनी को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी : इसलिए भारी वाहनों के वर्जित होने का बोर्ड लगाकर ड्राइवरों को सावधान कर दिया. लेकिन बोर्ड लगने के बाद भी ओवरलोडेड भारी वाहनों का आवागमन जारी है. सोनभद्र में तैनात रेलवे अधिकारी ड्राइवरों पर अंकुश लगाने को तैयार नहीं हैं. क्षतिग्रस्त पुल भारी वाहनों की वजह से हादसे को न्योता दे रहा है.

रेलवे ओवर ब्रिज में दरार आने से हड़कंप : पूछने पर आवाजाही रोकने के लिए मंथन करने की बात कही जाती है. डाला में रेलवे ओवर ब्रिज तीन साल पहले बनकर तैयार हुआ है. रेलवे पुल के एक लेन से ही आवाजाही शुरू की गई थी. दूसरे लेन पर अभी काम चल रहा है. इससे पहले ही पुल के चालू लेन में भी दरार आ गई. पूर्व मध्य रेलवे की ओर से जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है कि वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर स्थित आरओबी में दरार होने से कभी भी हादसा हो सकता है. राजमार्ग पर बड़े वाहनों का आवागमन रोकने की जरूरत है. आला अधिकारी भी बड़े वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था में जुटे हैं.

चेतावनी के बावजूद गुजर रहे भारी वाहन : मौके पर पहुंचे उपसा के हाईवे इंजीनियर ने बताया कि मुख्य मार्ग पर अभी वाहनों को दूसरे मार्ग से डायवर्जन के लिए जिलाधिकारी साथ बैठक होगी. उन्होंने कहा कि पुल के गार्डर में वेल्डिंग क्रेक हो गया है और रिपेयरिंग होने मे दो सप्ताह का समय लगेगा. रेलवे ओवर ब्रिज में दरार आने का कारण लंबे समय से ट्रैफिक का वन वे होना है. रेलवे का पुल कई दिनों से क्षतिग्रस्त है. सूचना मिलने के कई दिनों बाद रेलवे और उपसा के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया. अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त रेलवे पुल के संबंध में बात करने से इंकार कर दिया. मौके पर रेलवे पुल का वीडियो भी बनाने से मना किया जा रहा है.