मथुरा डबल मर्डर : पांच दिन तक फ्लैट में पड़ी रहीं लाशें, बदबू आने पर आरोपी ने उठाया खौफनाक कदम

दंपती की हत्या के पीछे करीब 50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आ रहा है। हत्यारोपी जालसाज पवन कुंतल ने सौंख के युवाओं को नौकरी दिलाने की एवज में करीब 50 लाख रुपये की ठगी की थी। रेलवे, दिल्ली सचिवालय और अन्य विभागों में दिलाने का झांसा दिया था। पवन ने यह रकम अपने दोस्त भीम सिंह के माध्यम से युवाओं से ली थी।....

मथुरा डबल मर्डर : पांच दिन तक फ्लैट में पड़ी रहीं लाशें, बदबू आने पर आरोपी ने उठाया खौफनाक कदम
पुलिस अधिकारियों ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

दंपती की 19 मार्च की रात करीब एक बजे हत्या कर दी गई थी। उससे पहले दोनों को पानी में नशीली गोलियां मिलाकर बेहोश किया गया था। उसके बाद भीम सिंह का रस्सी से गला घोंटा गया और भारती को तकिये से दबाकर मारा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। हत्या करने के बाद हत्यारोपी भाग खड़ा हुआ। शुक्रवार को आकर हत्यारोपी ने पहचान मिटाने के लिए आग लगाई थी। हालांकि पुलिस ने हत्यारोपी को हिरासत में लिया है, फिलहाल पूछताछ कर रही है।

19 मार्च को सौंख कस्बा निवासी भीम सिंह (45) और भारती (39) को राजस्थान के तालफरा निवासी पवन कुंतल घर से ले गया था। थाना हाईवे की कर्मयोगी कॉलोनी में फौजी के डुप्लेक्स फ्लैट में लेकर आया। पवन ने फौजी का मकान किराए पर ले रखा था। एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि पवन ने दंपती को पानी में नशीली गोलियां मिलाकर पिला दीं, जिसके बाद बेहोश होने का इंतजार करता रहा। दंपती के बेहोश होने पर भीम की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी और भारती का मुंह तकिया से दबाकर मार दिया था।

भीम सिंह और उसकी पत्नी आरती के फाइल फोटो

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। उसके बाद रात को एक बजे हत्यारोपी घर राजस्थान के गांव तालफरा को भाग खड़ा हुआ था। लगातार हत्यारोपी निगाह बनाए रहा था। शव को ठिकाने लगाने में हत्यारोपी नाकाम रहा। बदबू आने की भनक लगते ही हत्यारोपी ने शुक्रवार को 200 रुपये का डीजल लाकर दंपती की पहचान मिटाने के लिए आग लगा दी। पुलिस ने हत्यारोपी पवन को हिरासत में ले लिया। फिलहाल पुलिस उससे सच उगलवा रही है। संभावना जताई जा रही है कि पुलिस रविवार को इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर सकती है।

थाना मगोर्रा में मृतक के बड़े भाई ने दंपती की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस गुमशुदगी को अब हत्या में परिवर्तित कर दिया गया है। सीओ गोवर्धन गौरव त्रिपाठी ने बताया कि मृतक के बड़े भाई हरिराम ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। अब उसे हत्या में परिवर्तित कर दिया गया है।

पुलिस अधिकारियों ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

दंपती की हत्या के पीछे करीब 50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आ रहा है। हत्यारोपी जालसाज पवन कुंतल ने सौंख के युवाओं को नौकरी दिलाने की एवज में करीब 50 लाख रुपये की ठगी की थी। रेलवे, दिल्ली सचिवालय और अन्य विभागों में दिलाने का झांसा दिया था। पवन ने यह रकम अपने दोस्त भीम सिंह के माध्यम से युवाओं से ली थी। हालांकि भीम सिंह फ्रिज का मिस्त्री था, पर लालच में आकर युवाओं से रकम पवन को दिलवा दी।

युवाओं को नौकरी नहीं मिली तो भीम सिंह से रकम लौटाने की मांग करने लगे। भीम भी पवन पर धनराशि लौटाने के लिए दबाव बनाने लगा। लगातार दबाव बनने से परेशान होकर जालसाज पवन ने दंपती को मौत के घाट उतारा। हत्या करने के बाद पवन अपने घर जरूर लौट गया, पर यहां आकर फ्लैट पर निगाह बनाए रखी। उसका प्रयास था कि किसी तरह से रात के वक्त लाशों को उठाकर कहीं फेंक दी जाएं लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। बदबू की भनक पवन को लग गई थी। इसके लिए शवों को ठिकाने लगाने में नाकाम होने पर शुक्रवार को उसने पहचान मिटाने के लिए आग के हवाले कर दिया।