जूनियर इंजीनियरों ने किया प्रदर्शन : संगठन का आरोप कि दो साल से मांगों पर केवल आश्वासन देने का काम कर रहा विभाग
24 घंटे के धरने में अभी तक कोई मिलने के लिए नहीं आया है। विभाग अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है। लेकिन इसबार संगठन भी सक्रिय है। जब तक मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाएगा आंदोलन खत्म नहीं होने वाला है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में आंदोलन तीव्र किया जाएगा।
लखनऊ : वेतन विसंगतियों समेत कई मांगों को लेकर मध्याचंल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड कार्यालय पर जूनियर इंजीनियरों का अनशन जारी रहा। गांधी जयंती के दिन इंजीनियरों ने मांग पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के बैनर तले इंजीनियर धरना दे रहे हैं।
धरने पर बैठे जवाहर भवन उपकेंद्र के संजीव वर्मा ने बताया कि राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन (यूपी) के केंद्रीय प्रचार सचिव अरविंद कुमार झा ने बताया समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा है। ऐसे में संगठन को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष जीवी पटेल ने कहा कि हम दो सप्ताह से शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। धरने में प्रमुख रूप से एससी दीक्षित, सतनाम सिंह, एसबी सिंह, सीपी त्रिपाठी, रतनदीप मौर्या, अनिल पाठ क, इंद्रेश चैधरी, संजीव वर्मा एवं लेसा सिस/ट्रांस गोमती, शक्ति भवन इकाई और ट्रांसमिशन शाखा के पदाधिकारी मौजूद थे।
दो साल बाद भी मांगों पर कार्रवाई नहीं : संगठन के अध्यक्ष जेबी पटेल ने कहा कहा कि दो साल से उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। 24 घंटे के धरने में अभी तक कोई मिलने के लिए नहीं आया है। विभाग अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है। लेकिन इसबार संगठन भी सक्रिय है। जब तक मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाएगा आंदोलन खत्म नहीं होने वाला है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में आंदोलन तीव्र किया जाएगा।
48 घंटे तक बंद कर दिया था मोबाइल : इससे पहले आंदोलन के चौथे चरण में प्रदेश के सभी जेई ने 48 घंटे के लिए अपना मोबाइल बंद कर दिया था। यहां तक की विभागीय वाट्सऐप ग्रुप भी छोड़ दिया था। यहां तक की विभाग के सभी वीडियो कॉफ्रेंसिंग से भी किनारा कर लिया। उस समय लोगों को नया कनेक्शन भी नहीं मिला था। पूरे प्रदेश में काम बंद कर दिया था।