उत्तर प्रदेश : कौशांबी के अस्पताल में वॉर्मर मशीन पर रखा नवजात जिंदा जला, परिवार का आरोप- ड्यूटी स्टाफ था मोबाइल पर बिजी

रातभर परिवार के सदस्यों को नवजात के पास जाने नहीं दिया गया था. रविवार सुबह बच्चे की नानी शबाना उसे देखने गई तो बच्चे का शरीर नीला पड़ चुका था और उसके शरीर से धुआं निकल रहा था.

उत्तर प्रदेश : कौशांबी के अस्पताल में वॉर्मर मशीन पर रखा नवजात जिंदा जला, परिवार का आरोप- ड्यूटी स्टाफ था मोबाइल पर बिजी
बच्चा इतनी बुरी तरह से जला कि उसकी छाती से पेट तक की चमड़ी बुरी तरह झुलस गई

उत्तर प्रदेश के कौशांबी के जिला अस्पताल में नवजात बच्चा अस्पताल की लापरवाही से जिंदा जल गया. कौशांबी के सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट अस्पताल (SNCU) में नवजात बच्चा वॉर्मर मशीन के हीटिंग पैड पर जिंदा जल गया l बच्चा इतनी बुरी तरह से जला कि उसकी छाती से पेट तक की चमड़ी बुरी तरह झुलस गई. उसके शरीर से धुआं निकलने लगा और पूरा शरीर नीला पड़ गया.

इस घटना का पता लगते ही उस समय वार्ड में मौजूद स्टाफ के होश ही उड़ गए. जिसके बाद फौरन चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. दीपक सेठ और SNCU के ड्यूटी डॉक्टर्स वार्ड में पहुंचे, लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी.

परिवार का आरोप- स्टाफ था मोबाइल पर बिजी : बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को फोन कर दिया l पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाया जिसके बाद वो शांत हुए l परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चे की मौत का करण अस्पताल का स्टाफ है l परिजनों का कहना है कि वार्ड में मौजूद स्टाफ मोबाइल में व्यस्त था l जिस कारण उन्होंने बच्चे पर ध्यान ही नहीं दिया.

बेटे के जन्म से परिवार में थे सभी लोग खुश : फतेहपुर के हरिश्चंद्रपुर गांव के रहने वाले जुनैद अहमद ने पत्नी मेहिलिका को 14 अगस्त को जिला अस्पताल में एडमिट कराया था. उसी शाम 6:15 मिनट पर महिला ने एक लड़के को जन्म दिया था. परिवार वालों ने सोचा कि अब वो अपनी बहु को डिस्चार्ज कराकर घर ले जाएंगे, लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को पूरी तरह से स्वस्थ न होने की बात कही और उसे SNCU वार्ड में शिफ्ट कर दिया.

नानी ने देखा बच्चे का शरीर नीला पड़ चुका है : रातभर परिवार के सदस्यों को नवजात के पास जाने नहीं दिया गया था. रविवार सुबह बच्चे की नानी शबाना उसे देखने गई तो बच्चे का शरीर नीला पड़ चुका था और उसके शरीर से धुआं निकल रहा था. सीने और पेट का हिस्सा फट रहा था.

‘गलती हो गई माफ कर दीजिए’ : बच्चे की हालत देख जब पिता ने डॉक्टरों से सवाल किए तो उन्होंने कहा ‘माफ कर दीजिए गलती हो गई l इतना कह कर वो चले गए l फिर वो नहीं दिखाई दिए.