STF ने मुठभेड़ में किया 1 लाख के इनामी बदमाश का एनकाउंटर : 24 घंटे पहले वाराणसी के ADG जोन ने बढ़ाया था इनाम; दर्ज थे 33 मुकदमे

7 जुलाई 2021 को बलिया जिले के बैरिया थाना अंतर्गत नगर पंचायत बैरिया पश्चिम टोला निवासी जलेश्वर सिंह उर्फ बलवीर सिंह की हत्या की गई थी। इस वारदात में नामजद हरीश तभी से फरार चल रहा था। हरीश पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने की संस्तुति हाल ही में डीआईजी रेंज आजमगढ़ अखिलेश कुमार ने की थी।

STF ने मुठभेड़ में किया 1 लाख के इनामी बदमाश का एनकाउंटर : 24 घंटे पहले वाराणसी के ADG जोन ने बढ़ाया था इनाम; दर्ज थे 33 मुकदमे
STF ने मुठभेड़ में किया 1 लाख के इनामी बदमाश का एनकाउंटर

बलिया में STF ने एक लाख रुपए के इनामी बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया है। ये एनकाउंटर रसड़ा थाना के नींबूचट्‌टी मोड़ पर शुक्रवार सुबह हुआ। लखनऊ की STF टीम ने हरीश पासवान को यहां ढेर कर दिया।
हरीश बलिया जिले के हल्दी थाना के बाबूबेल गांव का रहने वाला था। उस पर पहले 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। एक दिन पहले वाराणसी के एडीजी जोन बृज भूषण ने इनाम की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए किया था।

हरीश की तलाश में बलिया जिले की पुलिस के साथ ही STF जुलाई से ही लगी हुई थी। शुक्रवार को उसके रसड़ा क्षेत्र में मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके बाद गोरखपुर से आई STF ने उसकी घेराबंदी शुरू की। खुद को घिरता देख हरीश ने फायरिंग की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में मारा गया।

सफेदपोशों के संरक्षण में रहने वाले अंतरप्रांतीय बदमाश हरीश के खिलाफ पहला मुकदमा लूट सहित अन्य आरोपों में साल 2004 में दर्ज किया गया था। उसके खिलाफ बलिया के अलावा बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 33 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या के 8 मुकदमे शामिल हैं।

7 जुलाई 2021 को बलिया जिले के बैरिया थाना अंतर्गत नगर पंचायत बैरिया पश्चिम टोला निवासी जलेश्वर सिंह उर्फ बलवीर सिंह की हत्या की गई थी। इस वारदात में नामजद हरीश तभी से फरार चल रहा था। हरीश पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने की संस्तुति हाल ही में डीआईजी रेंज आजमगढ़ अखिलेश कुमार ने की थी।

1 बदमाश फायरिंग करते हुए भाग निकला : एसटीएफ की गोरखपुर इकाई के डिप्टी एसपी धर्मेश कुमार शाही बदमाश हरीश के पीछे एक अरसे से लगे हुए थे। शुक्रवार को पता लगा कि वह अपने साथी सोनू गोंड़ के साथ रसड़ा से गाजीपुर की तरफ जाने वाला है। इस सूचना पर बदमाशों की घेराबंदी नींबूचट्टी मोड़ पर की गई। खुद को घिरा हुआ देखकर पकड़े जाने के डर से बदमाशों ने एसटीएफ टीम को निशाना बना कर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में हरीश पासवान ढेर हो गया। वहीं, सोनू गोड़ फायरिंग करते हुए भाग निकला।

इन घटनाओं को लेकर कुख्यात हुआ हरीश

  • वर्ष 2004 में बलिया के फेफना मोड़ स्थित बैंक में 7 लाख रुपए लूटने के साथ ही 1 कर्मचारी की हत्या की।
  • वर्ष 2005 में बोकारों में किराए पर गाड़ी लेकर चालक की हत्या की।
  • बिहार के माफिया मोहम्मद शहाबुद्दीन के संपर्क में आकर 16 जून 2014 को सतीश और गिरीश हत्याकांड के गवाह राजीव रोशन की हत्या की।
  • वर्ष 2014 में सीवान के भाजपा नेता श्रीकांत भारती की हत्या अपने साथी बदमाशों के साथ की।
  • वर्ष 2016 में 10 लाख रुपए लेकर छत्तीसगढ़ के ठेकेदार पप्पू पटेल को मार डाला।
  • 15 अक्टूबर 2018 को माफिया खान मुबारक के कहने पर अंबेडकरनगर जिले के हंसवर क्षेत्र में बसपा नेता जुरगाम मेहदी के काफिले पर हमला किया। हमले में जुरगाम का चालक मारा गया था।