आईआईटी के रिटायर डिप्टी रजिस्ट्रार राजाराम वर्मा के पैर छूकर कनपटी पर मारी गोली : डोर बेल बजाई, गेट खोलते ही बाबूजी प्रणाम कहकर फायरिंग कर दी; डिप्टी रजिस्ट्रार की मौत : कानपुर

फायरिंग और चीख-पुकार की आवाज सुनकर परिजन बाहर आए लेकिन तब तक हत्यारे भाग निकले। परिजन अधिवक्ता को पहले मधुराज फिर रीजेंसी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे लेकिन उनकी मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि मृतक के बेटे नरेंद्र देव की तहरीर पर एनआरआई सिटी के मालिक, राजबहादुर और दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है।

आईआईटी के रिटायर डिप्टी रजिस्ट्रार राजाराम वर्मा के पैर छूकर कनपटी पर मारी गोली : डोर बेल बजाई, गेट खोलते ही बाबूजी प्रणाम कहकर फायरिंग कर दी; डिप्टी रजिस्ट्रार की मौत : कानपुर
आईआईटी के रिटायर डिप्टी रजिस्ट्रार राजाराम वर्मा के पैर छूकर कनपटी पर मारी गोली

कानपुर में बुधवार रात आईआईटी के रिटायर डिप्टी रजिस्ट्रार राजाराम वर्मा (75) की गोली मारकर हत्या कर दी। वर्मा रिटायरमेंट के बाद वकालत कर रहे थे और करोडों की संपति के मालिक थे। बाइक सवार बदमाशों ने पहले घर की बेल बजाई। वर्मा ने खुद गेट खोला। बदमाशों ने उन्हें बाबुजी प्रणाम कहकर उनके पैर छुए और कनपटी पर गोली मारकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि वर्मा के पास रात को एक फोन आया था। फोन करने वालों ने कहा था कि वे उन्हें कुछ दस्तावेज देने आ रहे हैं। पुलिस कॉल डिटेल्स से फोन करने वालों की पहचान कर रही है।

फायरिंग और चीख-पुकार की आवाज सुनकर परिजन बाहर आए लेकिन तब तक हत्यारे भाग निकले। परिजन अधिवक्ता को पहले मधुराज फिर रीजेंसी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे लेकिन उनकी मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि मृतक के बेटे नरेंद्र देव की तहरीर पर एनआरआई सिटी के मालिक, राजबहादुर और दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से शूटरों की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।

हत्याकांड के बाद हॉस्पिटल में मौजूद मृतक अधिवक्ता के परिजन। मौके पर जांच करने पहुंचे डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति।

 

करोड़ों की जमीन का चल रहा NRI सिटी के मालिक से विवाद : राजाराम के बेटे नरेंद्र देव ने बताया कि एनआरआई सिटी वालों ने उनकी 17 बीघा जमीन हड़प ली है। 20 साल से मामला कोर्ट में चल रहा है। इसी मामले में बुधवार को कोर्ट में तारीख भी थी और उनका पक्ष मजबूत है। परिजनों का आरोप है कि इसी विवाद में उनकी हत्या करवाई गई है। पुलिस अब मालिक समेत अन्य सभी के घर देर रात तक दबिश देकर छानबीन में जुटी रही। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि मृतक के बेटे नरेंद्र देव की तहरीर पर एनआरआई सिटी के मालिक, राजबहादुर और दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से शूटरों की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।

नवाबगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर थे अधिवक्ता, 12 मुकदमे दर्ज : पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के मुताबिक अधिवक्ता के खिलाफ नवाबगंज थाने में 12 एफआईआर दर्ज है। इसमें से 10 एफआईआर कूटरचित दस्तावेज और धोखाधड़ी करने से संबंधित है। 12 मुकदमे होने पर अधिवक्ता की हिस्ट्रीशीट खोली गई थी, लेकिन 2013 में तत्कालीन एसएसपी के आदेश पर अधिवक्ता की निगरानी बंद कर दी गई थी।

परिजनों ने रात में पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार : हत्याकांड की जानकारी मिलते ही सैंकड़ों वकील हैलट पहुंच गए। बवाल और हंगामा करने का प्रयास किया, लेकिन भारी पुलिस फोर्स होने के चलते पुलिस ने हालात संभाल लिया। वकीलों के आक्रोश और भारी तनाव को देखते हुए डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने रात में ही पोस्टमार्टम कराने का प्रयास किया, लेकिन परिजनों ने इनकार कर दिया। परिजनों ने सुबह पोस्टमार्टम कराने की बात कही है। तनाव को देखते हुए घर से लेकर पोस्टमार्टम हाउस व हैलट में देर रात तक भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा।

जालसाजी में जेल गए थे अधिवक्ता पिता-पुत्र : अधिवक्ता के बेटे नरेंद्र नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट कानपुर में काम कर चुके हैं। फर्जी दस्तावेज पर नौकरी मिली थी। इस मामले में नरेंद्र नौकरी से बर्खास्त किए गए थे। इसमें नरेंद्र व राजाराम फर्जीवाड़ा करने में जेल भी गए थे। क्योंकि जाली दस्तावेजों और धोखाधड़ी करके नौकरी हासिल की थी।