आरक्षण की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे OBC/SC अभ्यर्थी : लखनऊ के ईको गॉर्डन में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने परिवार समेत किया प्रदर्शन

प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई। अभ्यर्थियों ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग की अनदेखी की वजह से भर्तियां नहीं हो पा रही हैं। हम बीते कई महीनों से मंत्री से सीएम तक को मांग पत्र दे चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

आरक्षण की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे OBC/SC अभ्यर्थी : लखनऊ के ईको गॉर्डन में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने परिवार समेत किया प्रदर्शन
लखनऊ में प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई।

शिक्षक भर्ती में ओबीसी आरक्षण सही तरीके से लागू करने की मांग को लेकर OBC और SC के अभ्यर्थियों ने सोमवार को भी लखनऊ के ईको गार्डन में धरना प्रदर्शन जारी रखा। आज उनके परिवार के लोगों ने भी धरना प्रदर्शन में भाग लिया। प्रदर्शनकारी पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने मंच से ही घोषणा किया है कि आज की लड़ाई निर्णायक है। मांगें पूरी नहीं हुई तो यहां से विधानसभा तक के लिए सभी अभ्यर्थी कूच करेंगे। आजाद समाज पार्टी के मुखिया चन्द्रशेखर आजाद रावण भी धरने के समर्थन में पहुंच चुके हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि यह अंतिम लड़ाई है।

जब तक मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा : प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई। अभ्यर्थियों ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग की अनदेखी की वजह से भर्तियां नहीं हो पा रही हैं। हम बीते कई महीनों से मंत्री से सीएम तक को मांग पत्र दे चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। थक हारकर हमें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ रहा है। हम तब तक प्रदर्शन करेंगे। जब तक हमारी मांगों को मान नहीं लिया जाएगा।

12 जुलाई को पहुंचे थे मुख्यमंत्री आवास : इससे पहले 12 जुलाई को सभी अभ्यर्थी अचानक मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए थे। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों को देखकर पुलिस के हाथ पांव फूल गए थे। आनन-फानन में पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया था। प्रदर्शनकारियों में ऐसे लोग शामिल थे। जो भर्ती प्रक्रिया में शामिल भी नहीं हुए थे। बावजूद इसके वे प्रक्रिया में धांधली का आरोप और नए पदों पर भर्ती की मांग कर रहे थे।

आरोप है कि प्रदेश में शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या बहुत ज्यादा है। ऐसे में अभी कम से कम 22 हजार बहाली और की जा सकती है। प्रदर्शनकारी इस दौरान लगातार सीट बढ़ाने को लेकर नारे लगा रहे थे। उनके हाथों में अपनी मांगों से जुड़े पोस्टर भी थे।

अभ्यर्थियों के दो सवाल

  • 69000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी को 27 प्रतिशत के स्थान पर उनके कोटे में 3.86 प्रतिशत आरक्षण क्यों?
  • भर्ती में दलित वर्ग को 21 प्रतिशत के स्थान पर उनके कोटे में 16.6 प्रतिशत आरक्षण क्यों?
  • अभ्यर्थियों की दो मांगे
  • संविधान से मिले आरक्षण के अधिकार 27 प्रतिशत और 21 प्रतिशत को पूरी तरह से लागू किया जाए।
  • आरक्षण नियमावली बेसिक शिक्षा विभाग उप्र 1994 का सही ढंग से पालन किया जाए।