मेरठ शहर में एनएच 58 के पास सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत : तेज रफ्तार ट्रक ने मारी टक्कर

देर रात अमित पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी 852 C-2 हर्ष विहार दिल्ली अपनी गाड़ी से परिजनों व पड़ोसी और किराएदार कमल पुत्र बालकिशन निवासी राम पार्क खानपुर मोड के साथ दुर्गा माता की मूर्ति विसर्जन के लिए हरिद्वार जा रहे थे। वहीं पल्हैड़ा फ्लाईओवर के पास पहुंचने पर गाड़ी का टायर फट गया। जिस पर वह टायर बदलने लगे। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक ट्रक ने उनकी गाड़ी में जोरदार टक्कर मार दी।

मेरठ शहर में एनएच 58 के पास सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत : तेज रफ्तार ट्रक ने मारी टक्कर
मेरठ शहर में एनएच 58 के पास सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के पल्हैड़ा फ्लाईओवर के पास सड़क किनारे साइड में खड़ी टाटा 409 में पीछे से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। वहीं 409 का टायर बदल रहे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस आरोपी ट्रक चालक को पकड़कर थाने ले आई और उससे पूछताछ की।

गुरुवार देर रात अमित पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी 852 C-2 हर्ष विहार दिल्ली अपनी गाड़ी से परिजनों व पड़ोसी और किराएदार कमल पुत्र बालकिशन निवासी राम पार्क खानपुर मोड के साथ दुर्गा माता की मूर्ति विसर्जन के लिए हरिद्वार जा रहे थे। वहीं पल्हैड़ा फ्लाईओवर के पास पहुंचने पर गाड़ी का टायर फट गया। जिस पर वह टायर बदलने लगे। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक ट्रक ने उनकी गाड़ी में जोरदार टक्कर मार दी।

हादसे में सोनू पुत्र बालकिशन, जयप्रकाश पुत्र कालीचरण व मनोज की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, अमित गंभीर रूप से घायल हो गया। तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने क्षतिग्रस्त गाड़ी व मृतकों के शवों को देखा तो उनकी रूह कांप गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों की मदद से गाड़ी में फंसे लोगों को बाहर निकाला।

पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। वहीं घायल को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने आरोपी चालक योगेंद्र सिंह पुत्र बालेश्वर सिंह निवासी ग्राम बदनपुर जनपद मैनपुरी को पकड़ लिया और उससे पूछताछ की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया गया कि माता का जागरण करवाने के बाद ये लोग मूर्ति विसर्जन के लिए हरिद्वार जा रहे थे।