ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बंद : चमोली में बादल फटने से बाढ़ की चपेट में आए BRO के मजदूर

उत्तराखंड के चमोली में रविवार देर रात फिर बादल फटने की घटना सामने आई है. नारायणबागर प्रखंड के पंगाटी गांव में बदल फटने के बाद आई बाढ़ के बाद BRO के लिए काम कर रहे कुछ मजदूरों के फंस जाने की खबर है l SDRF की टीम मजदूरों को रेस्क्यू कर रही है और फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है l

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बंद : चमोली में बादल फटने से बाढ़ की चपेट में आए BRO के मजदूर
उत्तराखंड के चमोली में रविवार देर रात फिर बादल फटने की घटना सामने आई

उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने के बाद से ही बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इस घटना में चमोली के नारायणबागर प्रखंड के पंगाटी गांव में सीमा सड़क संगठन (BRO) के लिए काम कर रहे मजदूरों के टेंट भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं l

SDRF की टीम मजदूरों को रेस्क्यू कर रही है और फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है l इससे पहले पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे उमा माहेश्वर आश्रम (कर्णप्रयाग) के पास करीब आठ घंटे तक बाधित रहा l एनएच की ओर से रात में मशीनें लगाकर मलबा हटा दिया गया था, लेकिन रात को फिर से पहाड़ी दरकी और यातायात बंद हो गया है.

लैंडस्लाइड के बाद से इस इलाके में करीब 200 वाहन फंसे हुए हैं l रात में हाईवे न खुलता देख तीर्थयात्री और अन्य लोग आसपास के होटलों में रुके हुए हैं l शनिवार और रविवार को कर्णप्रयाग में उमा माहेश्वर आश्रम के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने से मलबा हाईवे पर आ गया, जिससे बदरीनाथ, जोशीमठ, चमोली, गोपेश्वर सहित कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर व नजदीकी क्षेत्रों में जाने वाले वाहन फंस गए थे.

मिली जानकारी के मुताबिक देर रात इस रास्ते को खोल दिया गया है l उधर ऑलवेदर रोड पर भी बरसात के दौरान बदरीनाथ हाईवे पर श्रीनगर से लेकर लामबगड़ तक कई नए भूस्खलन जोन सामने आ रहे हैं, इनमें उमा माहेश्वर आश्रम के पास सबसे बड़ा भूस्खलन जोन नजर आ रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए पहुंच रहे लोग : उत्तराखंड के चारों धामों के दर्शन करने के लिए तीर्थ यात्रियों का उत्साह लगातार बढ़ता जा रहा है l यात्रा शुरू करने के दो दिन में ही लगभग 42 हजार ई-पास जारी किए जा चुके हैं. केदारनाथ धाम के लिए वीकेंड और नवरात्रों पर दर्शन के लिए बुकिंग फुल हो गई है l दो दिन में चारों धामों में 2500 से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं l बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की ओर से ई-पास जारी किए जा रहे हैं l जिसके बाद ही चारधामों में दर्शन की अनुमति है l अब तक बोर्ड की ओर से 42 हजार से अधिक ई पास जारी किए जा चुके हैं. चारों धामों के लिए 15 अक्तूबर तक एडवांस बुकिंग कर यात्री ई-पास प्राप्त कर सकते हैं.

देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि चारधाम के दर्शन करने के लिए लोगों में काफी उत्साह है l केदारनाथ धाम के लिए वीकेंड और नवरात्रों पर अवकाश के दिनों में एडवांस बुकिंग फुल हो चुकी है l उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के दिशा-निर्देशों पर प्रतिदिन के हिसाब से तय यात्रियों की संख्या के आधार पर ई-पास जारी किए जा रहे हैं l चारों धामों में कोविड प्रोटोकाल का पालन कर तीर्थ यात्री दर्शन कर रहे हैं.