अखिलेश यादव का मुजफ्फरनगर दौरा आज : अखिलेश मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में कश्यप महासम्मेलन को संबोधित करेंगे, कश्यप-निषाद पर ज्यादा फोकस कर रही है SP

एसपी ओबीसी तबके की जातियों को एकजुट करने की कवायद में जुटी हुई है l आज बुढ़ाना में कार्यक्रम तो कश्यप सम्मेलन का होगा. लेकिन अखिलेश की कोशिश जाट, गुर्जर, पाल, शाक्य, सैनी वोट बैंक को भी सपा के जोड़ने की रहेगी.

अखिलेश यादव का मुजफ्फरनगर दौरा आज : अखिलेश मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में कश्यप महासम्मेलन को संबोधित करेंगे, कश्यप-निषाद पर ज्यादा फोकस कर रही है SP
अखिलेश यादव का मुजफ्फरनगर दौरा आज

मुलायम सिंह यादव ने निषाद समाज की फूलन देवी को अपनी पार्टी में शामिल कर सांसद बनवाया था. कानपुर से बुंदेलखंड की अपनी रथयात्रा के समय अखिलेश यादव ने काल्पी में फूलन देवी की मां से मुलाक़ात कर उनका आशीर्वाद भी लिया था.

विजय रथ लेकर बुंदेलखंड, मऊ, आजमगढ़, हरदोई, अंबेडकर नगर का दौरा कर चुके SP मुखिया अखिलेश यादव आज पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर के दौरे पर है l अखिलेश मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में कश्यप महासम्मेलन को संबोधित करेंगे l समाजवादी पार्टी की नजर अपने परंपरागत वोटर्स के अलावा पिछड़े तबके में शामिल बाकी जातियों पर भी है और पूर्वाचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक कश्यप और निषाद वोटों की हिस्सेदारी लगभग 5 फ़ीसदी है l यूपी की कई सीट पर निषाद, केवट, मल्लाह, कश्यप जैसी जातियां बनाने और बिगाड़ने की हैसियत रखती है l खास बात ये है कि तकरीबन यूपी के हर हिस्से में इनकी आबादी है.

एसपी ओबीसी तबके की जातियों को एकजुट करने की कवायद में जुटी हुई है l आज बुढ़ाना में कार्यक्रम तो कश्यप सम्मेलन का होगा. लेकिन अखिलेश की कोशिश जाट, गुर्जर, पाल, शाक्य, सैनी वोट बैंक को भी सपा के जोड़ने की रहेगी. सपा की रणनीति है कि पश्चिम यूपी में मुस्लिम वोट के साथ ओबीसी तबके की जातियों को भी लामबंद करने से बात बनेगी और ओबीसी जातियों के साथ आने से सपा के प्रदर्शन में सुधार आएगा. पश्चिम में जाटों का दबदबा है सपा ने जाट वोट बैंक को साथ लाने के लिए आरएलडी के साथ गठबंधन किया है. जाटों के अलावा पश्चिम में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में गुर्जर समाज प्रभावी भूमिका में है. सपा गुर्जर समाज को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है.

कश्यप-निषाद पर ज्यादा फोकस कर रही है SP : पश्चिम यूपी में कई सीटों पर कश्यप वोट बहुत असरदार  भूमिका में है. इस समीकरण को ध्यान में रखते हुए सपा कश्यप निषादों को अपने साथ जोड़ने की मशक्कत कर रही है. जुलाई में अपने उन्नाव दौरे में अखिलेश यादव ने निषाद समाज के बड़े नेता मनोहर लाल की प्रतिमा का उद्घाटन किया था तो सपा ने पूर्व सांसद फूलन देवी की जयंती भी हर जिले में मनाई थी. निषाद समाज की फूलन देवी को मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी में शामिल कर सांसद बनवाया था. कानपुर से बुंदेलखंड की अपनी रथयात्रा के समय अखिलेश यादव ने काल्पी में फूलन देवी की मां से मुलाक़ात कर उनका आशीर्वाद भी लिया था. फूलन देवी की बहन भी सपा में शामिल हो चुकी हैं.

बीजेपी भी निषाद वोटों के पीछे : निषाद वोट बैंक प्रभावी भूमिका के चलते हर दल की इन पर नजर है. सपा के साथ आकर निषाद पार्टी ने सीएम योगी के गढ़ में उपचुनाव में उन्हें पटकनी दी थी. इसी ताकत को भांप कर बीजेपी ने निषाद पार्टी से गठबंधन कर 2019 का चुनाव लड़ा और अब 2022 से पहले भी निषाद पार्टी से समझौता कर लिया है.