बालाजी टेन्ट ए-851, सेक्टर आई, एल०डी०ए० कालोनी, आशियाना, लखनऊ में साप्ताहिक श्रीरामचरितमानस पाठ का आयोजन हुआ
सर्वश्री शारदा प्रताप शुक्ला, (पूर्व केबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) सहित, श्रीमती मिथिलेश शुक्ला एवं श्री अनिल कुमार शुक्लाजी के परिवारीजनों, रिश्तेदारों एवं पड़ोसियों के उपस्थिति में पवित्र पावन श्रीरामचरितमानस पाठ का सस्वर पाठ किया गया।
लखनऊ : आज दिनांक 19 सितम्बर 21 को अपराह्न 3 बजे से श्रीमती मिथिलेश शुक्ला एवं श्री अनिल कुमार शुक्लाजी के प्रतिष्ठान बालाजी टेन्ट ए-851, सेक्टर आई, एल०डी०ए० कालोनी, आशियाना, लखनऊ में साप्ताहिक श्रीरामचरितमानस पाठ का आयोजन किया गया।
सर्वश्री शारदा प्रताप शुक्ला, पूर्व केबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रीरामचरितमानस पाठ का सस्वर पाठ किया l |
साप्ताहिक श्रीरामचरितमानस पाठ |
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री की जीवन चरित्र कथा या ये कहे की स्वयं उनका स्वरूप "रामचरित्र मानस ग्रंथ" रामायण, जिसका पावन पाठ अनेक शुभ अवसरों पर कर सकते हैं l |
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं, जिन्होंने त्रेता युग में रावण का संहार करने के लिए धरती पर अवतार लिया। उन्होंने माता कैकेयी की 14 वर्ष वनवास की इच्छा को सहर्ष स्वीकार करते हुए पिता के दिए वचन को निभाया। उन्होंने ‘रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाय पर वचन न जाय’ का पालन किया। राम को मर्यादा पुरुषोत्तम इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन्होंने कभी भी कहीं भी जीवन में मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया। माता-पिता और गुरु की आज्ञा का पालन करते हुए वह ‘क्यों’ शब्द कभी मुख पर नहीं लाए।
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श्रीरामचरितमानस पाठ का सस्वर पाठ किया गया |
नीरज शर्मा, रजनीश मिश्रा, श्री भगवानजी ओझा, श्रीमती रंजना मिश्रा, श्री जीपी श्रीवास्तव, पंकज त्रिपाठी, दिनेश कुमार श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, पंकज शर्मा, दिलीप शुक्ल, अनिल कुमार मौर्य, जयगोविंद/राकेश, विनीत कुमार यादव, विनोद कुमार श्रीवास्तव, शर्मा, विनीत त्रिपाठी, आशीष कुमार पाण्डेय, राज कुमार शुक्ला, विपिन कुमार शुक्ला, गगन शर्मा, एस के मिश्रा, वी के दुबे, राम गोपाल जी, श्रीमती अनीता यादव, आशा तिवारी, सुमन तिवारी, ममता पाल, रेणु गुप्ता, बबली मिश्रा, देवी, और श्रीमती मिथिलेश शुक्ला एवं श्री अनिल कुमार शुक्लाजी के परिवारीजनों, रिश्तेदारों एवं पड़ोसियों के उपस्थिति में पवित्र पावन श्रीरामचरितमानस पाठ का सस्वर पाठ किया गया।