Indian Railway: 25 जनवरी से सप्ताह में तीन दिन चलेगी तेजस एक्सप्रेस, घंटों देरी से पहुंच रहीं ट्रेनें, जीएम ने दिए सुधार के निर्देश

ट्रेनों की लेटलतीफी यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। ट्रेनें चार से पांच घंटे तक लेट पहुंच रही हैं। वहीं दूसरी ओर उत्तर रेलवे महाप्रबंधक की ओर से ट्रेनों की पंक्चुएलिटी को सुधारने व सुरक्षा पर फोकस करने के निर्देश शुक्रवार को जारी किए गए हैं।

Indian Railway: 25 जनवरी से सप्ताह में तीन दिन चलेगी तेजस एक्सप्रेस, घंटों देरी से पहुंच रहीं ट्रेनें, जीएम ने दिए सुधार के निर्देश
25 जनवरी से 15 फरवरी तक के लिए तेजस एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन चलाई जाएगी।

देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस अब हफ्ते में सिर्फ तीन दिन चलाई जाएगी। अभी तक यह ट्रेन हफ्ते में चार दिन चलाई जा रही थी। आईआरसीटीसी अधिकारियों ने बताया कि 25 जनवरी से 15 फरवरी तक के लिए यह ट्रेन हफ्ते में तीन दिन चलाई जाएगी। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को ही ट्रेन पटरी पर रहेगी।

घंटों देरी से पहुंच रहीं ट्रेनें, जीएम ने दिए सुधार के निर्देश : ट्रेनों की लेटलतीफी यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। ट्रेनें चार से पांच घंटे तक लेट पहुंच रही हैं। वहीं दूसरी ओर उत्तर रेलवे महाप्रबंधक की ओर से ट्रेनों की पंक्चुएलिटी को सुधारने व सुरक्षा पर फोकस करने के निर्देश शुक्रवार को जारी किए गए हैं।

कोहरे की वजह से वाराणसी से इंदौर के बीच चलने वाली गाड़ी संख्या 20413 महाकाल एक्सप्रेस शुक्रवार को पांच घंटे की देरी से पहुंची। इससे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा। वहीं आनंद विहार से दानापुर जा रही गाड़ी संख्या 13258 जनसाधारण एक्सप्रेस पौने चार घंटे, हिसार से गोरखपुर जा रही 12556 गोरखधाम एक्सप्रेस सवा चार घंटे व 13258 कोटा पटना एक्सप्रेस चार घंटे देरी की शिकार हुई।

ट्रेनों के ऑपरेशन को बेहतर करने के लिए उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक कर पंक्चुएलिटी सुधारने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रेलकर्मियों की नियमित ट्रेनिंग कराने, सिग्नल प्रणाली को सुचारु रूप से चलाने, रेलवे फ्रैक्चर रोकने, क्रॉसिंग को मेंटीनेंस, शंटिंग के दौरान सुरक्षा बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि ट्रैक के आसपास, जहां भी आवश्यक है, वहां पेड़ों की छंटाई करवाई जाए, ताकि रेलवे की हाईटेंशन लाइनों को क्षति न पहुंचे। पंक्चुएलिटी 95 प्रतिशत तक बनाई जाए।