एक जिला एक खेल योजना के अंतर्गत सभी 75 जिलों में खेलो इण्डिया सेंटर की स्थापना कराई जायेगी
जिला प्रोत्साहन समिति में भी क्रीड़ा भारती के सदस्य को शामिल करने पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी क्रीड़ा अधिकारियों को निर्देश दिये जायंेगे कि वे क्रीड़ा भारती से समन्वय बनाकर खेल गतिविधियों में तेजी लायें।
मुख्य बातें
- 42 जनपदों में प्रशिक्षकों का चयन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित
- वर्ष 2017 से लेकर अब तक प्रदेश में 41 स्टेडियम का निर्माण कराया -श्री गिरीश चन्द्र यादव
- सरकार का आमजन से जुड़ने का खेल सबसे अच्छा माध्यम
- प्रदेश में 14 गेम्स के लिए क्षेत्र चिहिन्त कर वहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना कराई जायेगी -श्री नवनीत सहगल
लखनऊः उत्तर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि एक जिला एक खेल योजना के अंतर्गत प्रदेश के सभी 75 जिलों में खेलो इण्डिया सेंटर की स्थापना कराई जायेगी। 42 जनपदों में प्रशिक्षकों का चयन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। शेष अन्य जनपदों में प्रशिक्षकों के चयन की कार्यवाही चल रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में खेलों को बढ़ावा देने के लिए ब्लाक स्तर पर स्टेडियम बनाये जाने पर विचार किया जा रहा है। वर्ष 2017 से लेकर अब तक प्रदेश में 41 स्टेडियम का निर्माण कराया जा चुका है।
गिरीश चन्द्र यादव आज बी0बी0डी0 बैडमिंटन अकादमी में उत्तर प्रदेश क्रीड़ा भारती प्रादेशिक बैठक में पदाधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि क्रीड़ा भारती को राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी खेल गतिविधियांे से जोड़ा जायेगा। जिला प्रोत्साहन समिति में भी क्रीड़ा भारती के सदस्य को शामिल करने पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी क्रीड़ा अधिकारियों को निर्देश दिये जायंेगे कि वे क्रीड़ा भारती से समन्वय बनाकर खेल गतिविधियों में तेजी लायें। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु वार्षिक खेल कैलेण्डर तैयार कराया जा रहा है। मेजर ध्यानचन्द स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के मिशन के तहत सभी विभागों में खेल सुविधाओं को बढ़ाया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव, खेल श्री नवनीत सहगल ने कहा कि सरकार का आमजन से जुड़ने का खेल सबसे अच्छा माध्यम है। प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को खेल से जोड़ने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। खेलों को बेहतर बनाने के लिए सभी खेल सुविधाओं की इनवेंटरी बनाई जा रही है। इनको जीआई टैग कराकर विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कराया जायेगा। इससे खिलाड़ियों को अनावश्यक रूप से इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षकों की कमी का समाधान भी कर दिया गया है। 250 खेल प्रशिक्षकों की भर्ती की जा रही है। शीघ्र ही नई खेल नीति लागू की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 14 गेम्स के लिए क्षेत्र चिन्हित कर वहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना कराई जायेगी। स्पोर्ट हास्टल में खेल के हिसाब से बच्चे को डाइट दी जायेगी। इसके लिए खेल वाइज मेन्यू तैयार कराया जा रहा है।
बैठक में क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष श्री अवनीश कुमार सिंह, प्रदेश मंत्री डा0 विकास अग्रवाल सहित छः जोन के प्रांतीय अध्यक्ष जुड़े थे।
सौरभ दोहरे
विशेष संवाददाता