उत्तर प्रदेश में अब सिर्फ रविवार को ही लॉकडाउन: सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 से रात 10 बजे तक सारी पाबंदियां समाप्त

जारी किए गए आदेश के अनुसार, अब प्रदेश में सोमवार से शनिवार सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक की सभी पाबंदियां समाप्त कर दी गई हैं। हालांकि, इस दौरान सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।

उत्तर प्रदेश में अब सिर्फ रविवार को ही लॉकडाउन: सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 से रात 10 बजे तक सारी पाबंदियां समाप्त
उत्तर प्रदेश में सोमवार से शनिवार सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक की सभी पाबंदियां समाप्त कर दी गई हैं

उत्तर प्रदेश में कोरोना की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने अब शनिवार का लॉकडाउन खत्म कर दिया है। जारी किए गए आदेश के अनुसार, अब प्रदेश में सोमवार से शनिवार सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक की सभी पाबंदियां समाप्त कर दी गई हैं। हालांकि, इस दौरान सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। आदेश में कहा गया है कि मास्क पहनना व दो गज की दूरी का पालन करना पहले ही तरह ही जरूरी रहेगा। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिया कि प्रत्येक स्थान पर प्रत्येक दशा में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जाए। कहीं भी अनावश्यक भीड़भाड़ न हो। पुलिस पेट्रोलिंग सतत जारी रहे।

मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को टीम-9 के साथ प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। आज जनपद अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोंडा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, प्रतापगढ़, शामली और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहे हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है।

विगत 24 घंटे में हुई 02 लाख 39 हजार 909 सैम्पल की टेस्टिंग में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 16 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 505 रह गई है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है।

ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं : उन्होंने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 6 करोड़ 81 लाख 37 हजार 752 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 27 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 63 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में अब तक 16 लाख 85 हजार 555 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।

प्रदेश में कोविड टीकाकरण सुचारू रूप से चल रहा है। प्रदेश में अब तक 5.50 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। कोविड से बचाव के लिए टीका-कवर अति उपयोगी है। कोविड के खिलाफ अब की लड़ाई में टीके की महत्ता स्वयं सिद्ध है। इसके दृष्टिगत, उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जहां अब तक 05 करोड़ 50 लाख 52 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं। 04 करोड़ 64 लाख 33 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है।

86 लाख से ज्यादा लोग ले चुके हैं दोनों डोज : प्रदेश में अब तक 86 लाख से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज प्राप्त कर चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने की आवश्यकता है। कोविड टीके की दूसरी खुराक समय पर मिलना सुनिश्चित कराया जाए। जिन लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है, उनसे संवाद-संपर्क किया जाए। शनिवार का दिन सेकेंड डोज के लिए आरक्षित रखें। बौद्ध-भिक्षु गणों, विदेशी नागरिकों व असहाय व निराश्रित जनों के टीकाकरण के लिए भी समुचित व्यवस्था की जाए।

स्वतंत्रता दिवस के उपरांत माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो रहा है। इसके दृष्टिगत, 18 वर्ष से अधिक विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए विश्वविद्यालय, स्कूल व कॉलेज परिसर में ही टीकाकरण शिविर लगाए जाएं। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों व कार्मिकों की उपस्थिति हो रही है। आवश्यकतानुसार इन विद्यालय परिसरों में भी टीकाकरण शिविर आयोजित किए जाएं।

 सभी कक्षाएं दो पाली में चलें : राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार समिति की अनुशंसाओं के अनुरूप स्वाधीनता दिवस के उपरांत माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ किया जाए। सभी जगह कक्षाएं दो पाली में चलें। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए।

बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा 06 से 08 वीं तक की कक्षाओं में नवीन प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए। स्थिति का आकलन करते हुए इन विद्यालयों में एक सितंबर से पठन-पाठन शुरू किया जा सकता है।