लखनऊ AKTU में नए सत्र की एडमिशन काउंसलिंग पर रोक : बीआर्क को छोड़ सभी पाठ्यक्रमों की काउंसलिंग स्थगित, रजिस्ट्रार ने शनिवार देर शाम जारी किया आदेश
एक दिन पूर्व ही दिन पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पहले चरण की काउंसलिंग के आवंटन के नतीजे जारी किए गए हैं। करीब 20 हजार से ज्यादा सीटों के आवंटन की भी जानकारी साझा की गई थी। जल्द ही दूसरे चरण की प्रक्रिया भी शुरू करने की भी तैयारी थी। इस बीच जारी हुए आदेश से छात्रों का भविष्य अधर में नजर आ रहा है।
AKTU यानी डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक यूनिवर्सिटी में चल रही एडमिशन काउंसिलिंग की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। शनिवार देर शाम AKTU के रजिस्ट्रार नंदलाल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अपरिहार्य कारणवश यूपसीईटी 2021 की काउंसिलिंग प्रक्रिया व फिजिकल रिपोर्टिंग को अग्रिम आदेश तक तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया है।
यह आदेश बीआर्क पाठ्यक्रम के अलावा अन्य सभी कोर्स पर लागू है। हालांकि अभ्यर्थी को एडमिशन संबंधी हर तरह की सूचना के लिए upcet.admissions.nic.in वेबसाइट को देखने के निर्देश जारी हुए है। काउंसिलिंग NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा करवाई जा रही है। जानकारी के मुताबिक काउंसिलिंग प्रक्रिया में व्यापक गड़बड़ी की संभावना के चलते इस पर रोक लगाई गई है। एकेटीयू के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में जो भी होगा, आगे सूचित किया जाएगा।
750 से ज्यादा कॉलेजों की एडमिशन प्रक्रिया ठप, लाखों छात्रों का भविष्य अधर में : अचानक से यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा लिए इस फैसले से हड़कंप मच गया है। प्रदेश भर के करीब 750 कॉलेजों में दाखिले के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही थी। इन कॉलेजों में एक लाख से ज्यादा सीटों पर दाखिले होने हैं। काउंसलिंग के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 25 सितंबर को शुरू की गई थी। एक दिन पूर्व ही दिन पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पहले चरण की काउंसलिंग के आवंटन के नतीजे जारी किए गए हैं। करीब 20 हजार से ज्यादा सीटों के आवंटन की भी जानकारी साझा की गई थी। जल्द ही दूसरे चरण की प्रक्रिया भी शुरू करने की भी तैयारी थी। इस बीच जारी हुए आदेश से छात्रों का भविष्य अधर में नजर आ रहा है।
इस बार देर से शुरु हुई थी प्रवेश प्रक्रिया : यूपी के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट ऑफ फार्मेसी समेत अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए अभी तक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा कर आता था। इसी सत्र से इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया। इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले के लिए उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा को समाप्त कर दिया। साथ ही केंद्रीय स्तर पर होने वाली जेईई मेंस परीक्षा के माध्यम से दाखिले ने की व्यवस्था लागू की गई।
अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौंपी गई। कोरोना संक्रमण के कारण कई बार परीक्षा की तारीख में भी बदलाव किया गया था। इन सबके चलते प्रवेश प्रक्रिया पहले ही देरी से चल रही थी।