आयुष मंत्रालय : इम्यूनिटी बढ़ाने वाले लाइफस्टाइल के लिए आयुष मंत्रालय ने शुरू किया अभियान, 75 लाख लोगों के बीच होगा ‘रोगनिरोधी दवाओं’ का वितरण
रोगनिरोधक आयुर्वेदिक दवाओं (Ayush Prophylactic Medicines) की इस किट को और लिखित दिशानिर्देशों को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक मेडिसिन (CCRAS) ने तैयार किया है l महामारी के इस कठिन समय में सरकार के इस अभियान से इम्यूनिटी बढ़ाने वाली जीवन शैली (lifestyle) को अच्छा बनाने में मदद मिलेगी
देश भर में 75 लाख लोगों को आयुष प्रोफिलैक्टिक मेडिसिन डाइट और जीवन शैली पर लिखित दिशानिर्देश डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए सरकार ने एक अभियान शुरू किया है. महामारी के इस कठिन समय में सरकार के इस अभियान से इम्यूनिटी बढ़ाने वाली जीवन शैली (lifestyle) को अच्छा बनाने में मदद मिलेगी.
PHDCCI के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने एक बयान में कहा, ‘यह पहल एक इम्यूनिटी से भरी जीवन शैली को सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी l कोरोना संकट के इस समय में जनसंख्या के इम्युनो-कॉम्प्रोमाइज्ड ब्रैकेट (बुजुर्ग और फ्रंटलाइन वर्कर्स) पर खास ध्यान देना जरूरी है l इस अभियान की शुरुआत केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और आयुष मुंजपारा राज्य मंत्री (MoS) ने 2 सितंबर को की थी.
मेडिसिन का 75 लाख लोगों के बीच होगा डिस्ट्रीब्यूशन : इस अभियान के तहत, अगले एक साल में इम्यूनिटी बढ़ाने वाली मेडिसिन का और कोरोना महामारी को काबू करने के उपायों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए लिखित दिशानिर्देशों का डिस्ट्रीब्यूशन देश भर में 75 लाख लोगों के बीच किया जाएगा. आयुष मंत्रालय का यह अभियान 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स पर फोकस करेगा.
CCRAS ने तैयार की आयुर्वेदिक दवाओं की किट : कोरोना महामारी की रोकथाम करने वाली आयुष मेडिसिन की किट में संशामणि वटी (जिसे गुडुची या गिलोय घन वटी भी कहा जाता है) और अश्वगंधा घन वटी है. रोगनिरोधक आयुर्वेदिक दवाओं की इस किट को और दिशानिर्देशों को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक मेडिसिन (CCRAS) ने तैयार किया है.
सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करना : कोरोना महामारी की रोकथाम को ध्यान में रखकर शुरू किए गए इस खास अभियान के शुभारंभ पर आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा था कि इस अभियान का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों और अभियान को असल रूप देने में योगदान देना है ताकि ‘सभी के लिए स्वास्थ्य’ सुनिश्चित किया जा सके. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सात कामों को सूचीबद्ध किया है और उनमें से पहला काम बुजुर्गों की देखभाल करना है.