एलडीए बाबू का कारनामा : अधिकारियों के साइन खुद कर दिए, 12 करोड़ रुपए कीमत वाले 13 भूखंड की फर्जी रजिस्ट्री कर दी, बाबू को एलडीए ने निलबित कर मुकदमा दर्ज कराया
एक बाबू ने करीब 12 करोड़ रुपए कीमत के 13 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री कर दी है। मामले की जानकारी होते ही बाबू को शुक्रवार देर रात हटा दिया गया है। इसके साथ ही आरोपी बाबू को पुलिस के हवाले करने की भी सूचना है।
जमीन को लेकर एलडीए में नया भ्रष्टाचार सामने आया है। एक बाबू ने करीब 12 करोड़ रुपए कीमत के 13 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री कर दी है। मामले की जानकारी होते ही बाबू को शुक्रवार देर रात हटा दिया गया है। इसके साथ ही आरोपी बाबू को पुलिस के हवाले करने की भी सूचना है।
13 फर्जी रजिस्टी केवल एक बाबू ने की है। बाबू पवन कुमार का नाम इसमें सामने आया है। हालांकि इतने बड़े कांड में किसी अधिकारी का हाथ न हो इसको लेकर सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि अधिकारियो का हस्ताक्षर भी बाबू ने खुद ही कर दिया था। लेकिन यह एक पहलू है। मामले पर एलडीए की तरफ से देर शाम कार्रवाई की सूचना दी गई और उसके बाद से अधिकारियों ने किसी से कोई बात नहीं है। इसकी वजह से पूरा विभाग शक के दायरे में आ रहा है।
गोमती नगर के सभी भूखंड बेचे गए : सभी भूखंड गोमती नगर के है। इसमें विनम्र खंड दो में 156 ए पीर मोहम्मद , 200 एफ अवधेश कुमार , 202 ए1 उमाशंकर, विनम्र खंड 3 में 123 रवींद्र कुमार सिंह, विनम्र खंड एक में 153 ए इशरत जहां, वास्तुखंड तीन में 630 मो. शकील, विकल्प खंड तीन में 96 अनीता, विकल्पखंड चार में 67 ए मीना, विराज खंड दो में 51 एम राजनाथ मिश्र, 150 राजेश पाठक, विभूतिखंड दो में 62 नंबर नीरज सिंह, विराट खंड तीन 293 में रामऔतार और विनीत खंड 1 में 162 नंबर राजनाथ मिश्र के नाम दर्ज है। बताया जा रहा है कि सभी की रजिस्ट्री फर्जी है।